गुवाहाटी, 20 अगस्त (Udaipur Kiran) । पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) ने हाल ही में न्यू जलपाईगुड़ी ट्रिप शेड साइडिंग को सफलतापूर्वक चालू किया है, जो इस क्षेत्र के सबसे महत्वपूर्ण रेलवे हब में बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ और परिचालन दक्षता में सुधार करने के निरंतर प्रयासों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। इस कमीशनिंग में 59 रूटों में बदलाव किया जाना शामिल था, जिससे न्यू जलपाईगुड़ी में कुल रूटों की संख्या 480 हो गई है। इस व्यापक सुधार से ट्रेन परिचालन की फ्लेक्सिब्लिटी बढ़ेगी, भीड़भाड़ कम होगा और स्टेशन से होकर ट्रेनों का सुचारू आवागमन सुनिश्चित होगा।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने बुधवार काे बताया कि इस नॉन-इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य के हिस्से के रूप में, लाइन संख्या 4 क्लियर स्टैंडिंग लेंथ (सीएसएल) को भी पूरी लंबाई तक बढ़ा दिया गया है, जिससे लंबी ट्रेनों की हैंडलिंग में सुविधा होगी, शंटिंग परिचालन में सुधार होगा और बेहतर यार्ड प्रबंधन सुनिश्चित होगा। इस विकास से भविष्य में तेज और अधिक कुशल ट्रेन परिचालन होने की उम्मीद है।
इस बुनियादी ढांचे के कार्य को कम समय में सफलतापूर्वक पूरा करना न्यू जलपाईगुड़ी में हाल ही में रद्द किए गए ट्रेनों और मार्ग परिवर्तन के कारण संभव हुआ है। व्यापक पैमाने पर मार्ग परिवर्तन और यार्ड सुधार करने के लिए ट्रेनों का रद्द किया जाना आवश्यक था। इस कार्य से काफी महत्वपूर्ण लाभ होंगे, जिनमें परिचालन फ्लेक्सिब्लिटी में सुधार, बेहतर समयबद्धता, रखरखाव क्षमता में वृद्धि और सेवाओं एवं माल परिवहन के भविष्य के विस्तार के लिए बेहतर तत्परता शामिल है।
न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पूर्वोत्तर के प्रवेश द्वार के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जो बड़ी संख्या में लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों, स्थानीय यात्री सेवाओं और माल परिवहन की हैंडलिंग करता है। इस परियोजना के पूर्ण होने से स्टेशन अब वर्तमान परिवहन के साथ-साथ भविष्य में यात्री और फ्रेट डिमांड की वृद्धि को हैंडल करने के लिए बेहतर रूप से सुसज्जित है।
पूसीरे विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचे के विकास और यात्रियों तथा माल ग्राहकों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करता है। न्यू जलपाईगुड़ी ट्रिप शेड साइडिंग का हालिया कमीशनिंग एक सुदृढ़ और कुशल रेलवे नेटवर्क के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो इस क्षेत्र और राष्ट्र की बढ़ती जरूरतों को पूरा कर सकता है।————————
(Udaipur Kiran) / अरविन्द राय
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