शिमला, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक तिवारी ने सोमवार को युवाओं से आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहकर अपने जीवन को उज्ज्वल बनाएं और समाज में जागरूकता फैलाने के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं। डीजीपी तिवारी राजकीय महाविद्यालय संजौली में ‘नशा जागरूकता’ विषय पर आयोजित विशेष व्याख्यान में बोल रहे थे।
कॉलेज के ऑडिटोरियम में आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं और संकाय सदस्यों ने भाग लिया। डीजीपी तिवारी ने युवाओं से कहा कि नशा केवल एक अपराध नहीं बल्कि सामाजिक बुराई है, जो व्यक्ति, परिवार और पूरे समाज को बर्बाद कर देता है। उन्होंने कहा कि “नशा आपके शरीर और आत्मा को कमजोर बनाता है, लेकिन दृढ़ संकल्प, संयम और अनुशासन आपको अजेय बना सकता है।”
कार्यक्रम के दौरान डीजीपी तिवारी ने युवाओं को नशे से जुड़े खतरों, इसके शारीरिक और मानसिक प्रभाव तथा इससे बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग लगातार नशा माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहा है, लेकिन इस जंग में सबसे बड़ी ताकत जनता और खासकर युवाओं की जागरूकता है।
उन्होंने प्रत्येक छात्र से ‘एंटी-ड्रग वॉलंटियर’ बनने का संकल्प लेने की अपील की, ताकि वे अपने परिवार, मित्रों और समाज में नशा मुक्ति का संदेश फैलाएं और युवा पीढ़ी को इस काली छाया से बचाएं। डीजीपी ने कहा कि एक जागरूक युवा की सोच और प्रयास से ही समाज को स्वस्थ और नशा मुक्त बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज की प्राचार्या प्रो. भारती भांगड़ा ने की, जबकि संचालन डॉ. शिखा चंदेल ने किया।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
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