उदयपुर. पेसिफिक विश्वविद्यालय और गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी के संयुक्त तत्वावधान में 75वीं ऑल इंडिया कॉमर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन 18, 19 एवं 20 अक्टूबर को पेसिफिक विश्वविद्यालय में किया जा रहा है. इस कॉन्फ्रेंस में देशभर के 28 राज्यों से 2300 से अधिक शिक्षाविद भाग लेंगे.
इस सम्मेलन का मुख्य विषय “विकसित भारत 2047” है, जिसमें इस बात पर चर्चा की जाएगी कि भारत को स्वतंत्रता के 100 वर्षों के भीतर एक विकसित राष्ट्र कैसे बनाया जा सकता है. देशभर के 400 से अधिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों के वाइस चांसलर, प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर इस विषय पर अपने शोध पत्रों का वाचन करेंगे. कुल 1008 शोध पत्र प्राप्त हुए हैं, जिनका सात अलग-अलग सत्रों में प्रस्तुतिकरण किया जाएगा.
मुख्य वक्ता और अन्य महत्वपूर्ण जानकारीकॉन्फ्रेंस के मुख्य वक्ता एनएमआईएमएस मुम्बई के प्रोवोस्ट एंड डीन प्रो. जस्टिन पॉल होंगे, जिन्हें विषय के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पढ़ाने का व्यापक अनुभव है.
पेसिफिक समूह के सचिव राहुल अग्रवाल ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रहित के विभिन्न आर्थिक, औद्योगिक और वित्तीय मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिससे एक सुदृढ़ औद्योगिक एवं वाणिज्यिक नीति निर्माण में सहायता मिलेगी.
समारोह और योगदानकॉन्फ्रेंस सेक्रेटरी, गोविंद गुरु ट्राइबल यूनिवर्सिटी, बांसवाड़ा के कुलपति प्रो. के.एस. ठाकुर ने बताया कि यह दक्षिण राजस्थान में अब तक की सबसे बड़ी कॉमर्स कॉन्फ्रेंस है, जिसका लाभ क्षेत्र के शोधार्थियों और विद्यार्थियों को व्यापक रूप से मिलेगा.
पेसिफिक विश्वविद्यालय के प्रेसिडेंट प्रो. हेमंत कोठारी ने कहा कि यह सम्मेलन डिजिटल युग में वाणिज्य और प्रबंधन शिक्षा के लिए रोडमैप विकसित करने और भारतीय ज्ञान परंपराओं के आधार पर प्रबंधन के भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा का एक मंच प्रदान करेगा.
विशेष सत्र और चर्चा के विषयइस कॉन्फ्रेंस के दौरान मानव संसाधन की बदलती भूमिका और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़ी चुनौतियों पर विशेष सत्र का आयोजन किया जाएगा. रजिस्ट्रार शरद कोठारी ने बताया कि डिजिटल तकनीक के वाणिज्यिक प्रयोग, समेकित ग्रामीण विकास, क्लाउड अकाउंटिंग, डाटा एनालिसिस, और सप्लाई चैन मैनेजमेंट जैसे गंभीर विषयों पर चर्चा होगी.
इंडियन कॉमर्स एसोसिएशन के सभी पदाधिकारी भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे और सम्मेलन के दौरान एग्जीक्यूटिव काउंसिल के चुनाव भी होंगे.
शोध और अन्य कार्यक्रमकॉन्फ्रेंस कोर्डिनेटर डॉ. दिपिन माथुर ने बताया कि ग्रामीण विकास, रोजगार के अवसर और उद्यमिता पर किए गए मौलिक शोध भी इस कार्यक्रम में प्रस्तुत किए जाएंगे.
इस दौरान प्रोफेसर सैमीउद्दीन की स्मृति में दिया जाने वाला आई.सी.ए. रिसर्च स्कॉलर पुरस्कार भी प्रमुख आकर्षण होगा, जिसे लेकर शोधार्थियों में काफी उत्सुकता है.
डॉ. अनुराग मेहता, कॉन्फ्रेंस समन्वयक, ने बताया कि सम्मेलन में भाग लेने वाले देश के 300 शहरों से आए शिक्षाविद उदयपुर भ्रमण करेंगे, जिससे उदयपुर को राष्ट्रीय पटल पर पर्यटन के क्षेत्र में अच्छी पहचान मिलेगी.
सुविधाओं की व्यवस्थाकॉन्फ्रेंस के दौरान पेसिफिक विश्वविद्यालय ने सभी रजिस्टर्ड शिक्षाविदों के तीन दिन तक ठहरने और भोजन की समुचित व्यवस्था की है. साथ ही, एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से शिक्षाविदों को लाने की भी सुविधा प्रदान की जाएगी.
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