Next Story
Newszop

North Korea test-fires missiles : उत्तर कोरिया की नौसैनिक ताकत में बड़ा इज़ाफ़ा, नए विध्वंसक पोत से किया मिसाइल परीक्षण

Send Push
North Korea test-fires missiles : उत्तर कोरिया की नौसैनिक ताकत में बड़ा इज़ाफ़ा, नए विध्वंसक पोत से किया मिसाइल परीक्षणNorth Korea test-fires missiles : उत्तर कोरिया की नौसैनिक ताकत में बड़ा इज़ाफ़ा, नए विध्वंसक पोत से किया मिसाइल परीक्षण

News India live, Digital Desk: उत्तर कोरिया ने अपनी नौसैनिक ताकत बढ़ाने के उद्देश्य से हाल ही में लॉन्च किए गए एक नए विध्वंसक पोत से मिसाइलों का पहला परीक्षण किया है। इस महत्वपूर्ण परीक्षण के दौरान तानाशाह किम जोंग उन भी मौजूद रहे। किम ने इस मौके पर अपनी नौसेना की परमाणु हमले की क्षमता को तेज़ी से बढ़ाने के निर्देश भी दिए।

5,000 टन का शक्तिशाली युद्धपोत लॉन्च उत्तर कोरिया ने पिछले सप्ताह 5,000 टन के एक युद्धपोत का अनावरण किया था, जो आधुनिकतम और शक्तिशाली हथियारों से लैस है। किम जोंग उन के अनुसार, यह पोत उत्तर कोरिया के परमाणु हथियारों से लैस बलों की ऑपरेशनल सीमा और मारक क्षमता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उत्तर कोरिया की आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) ने बताया कि किम जोंग उन ने पोत से सुपरसोनिक मिसाइलों, रणनीतिक क्रूज मिसाइलों, विमान-रोधी मिसाइलों, स्वचालित तोपों और इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग सिस्टम के सफल परीक्षणों को देखा।

नौसेना की परमाणु क्षमता बढ़ाने पर ज़ोर किम ने विध्वंसक पोत की शक्तिशाली आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं की प्रशंसा की और नौसेना के परमाणु हथियारों से लैस करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस पोत को 2026 की शुरुआत में आधिकारिक रूप से तैनात किया जाएगा। इसके बाद उत्तर कोरिया का अगला बड़ा कदम परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी हासिल करना होगा।

किम जोंग उन ने उत्तर कोरिया की रक्षा क्षमता को मजबूत करने पर भी जोर दिया, ताकि अमेरिका और उसके सहयोगियों से बढ़ रही सैन्य शत्रुता का सामना किया जा सके।

रूस के साथ सैन्य सहयोग में वृद्धि उत्तर कोरिया अपने सैन्य क्षमताओं का लगातार विस्तार कर रहा है और रूस के साथ सैन्य सहयोग बढ़ा रहा है। उत्तर कोरिया ने पहली बार आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि उसने यूक्रेन के खिलाफ रूस का समर्थन करने के लिए अपने लड़ाकू सैनिक भेजे हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया की इस मदद के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि रूस उत्तर कोरियाई सैनिकों के बलिदान को याद रखेगा।

अमेरिका, दक्षिण कोरिया और उनके सहयोगी देश चिंतित हैं कि उत्तर कोरिया रूस को बड़ी मात्रा में पारंपरिक हथियार मुहैया करा रहा है। उन्हें आशंका है कि रूस भी बदले में उत्तर कोरिया को अत्याधुनिक हथियार और सैन्य-आर्थिक सहायता प्रदान कर सकता है, जिससे उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता में भारी वृद्धि हो सकती है।

 

Loving Newspoint? Download the app now