वॉशिंगटन/कीव: गाजा युद्ध के बाद अब यूक्रेन में कई साल से चल रहा युद्ध जल्द ही बंद हो सकता है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विशेष दूत किरिल दमित्रियेव ने कहा है कि अमेरिका, यूक्रेन और रूस तीनों ही इस युद्ध को खत्म करने के लिए एक राजनयिक हल के 'बेहद करीब' पहुंच गए हैं। रूसी दूत का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर बहुत सख्त प्रतिबंध लगा दिया है और इसको लेकर तनाव काफी बढ़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच मुलाकात को रद नहीं किया गया है। उनका यह बयान ट्रंप के बुडापेस्ट बैठक रद होने के बयान से उलट है। किरिल ने कहा कि पुतिन और ट्रंप के बीच यह बैठक किसी और दिन हो सकती है।
ट्रंप ने यह भी कहा था कि रूस तत्काल सीजफायर को स्वीकार नहीं कर रहा है और इसी वजह से मुलाकात को टाल दिया गया है। वहीं रूसी दूत किरिल ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि राजनयिक बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, 'रूस और अमेरिका के बीच बातचीत आगे भी जारी रहेगी लेकिन यह निश्चित रूप से तभी संभव होगी जब रूसी हितों पर ध्यान दिया जाएगा और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस लड़ाई का राजनयिक हल पहले के अनुमान से ज्यादा करीब पहुंच गया है।
'अमेरिका को भारी पड़े तेल प्रतिबंध'
किरिल ने कहा, 'मेरा मानना है कि रूस, अमेरिका और यूक्रेन राजनयिक हल के बहुत ही करीब पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर यह बड़ा कदम है कि उन्होंने माना है जो युद्ध रेखा के बारे में है। आप जानते हैं कि जेलेंस्की का पहले का रुख था कि रूस पूरी तरह से इलाका खाली करे। ऐसे में मैं समझता हूं कि हम राजनयिक हल के बेहद करीब पहुंच गए हैं जिसे अंजाम दिया जा सकता है। रूसी दूत अमेरिका पहुंचे हैं और ठीक इसी समय अमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर बड़ा प्रतिबंध लगाया है।
रूसी दूत ने अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभाव को खारिज कर दिया और चेतावनी दी कि यह आर्थिक रूप से भारी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इससे तेल की कीमतें बढेंगी और अमेरिका में लोग परेशान होंगे। वहीं यूक्रेन के अधिकारियों ने किसी सीधे बैकचैनल बातचीत को खारिज किया है। इस बीच जेलेंस्की शुक्रवार को 20 से अधिक यूरोपीय नेताओं के साथ वार्ता के लिए लंदन में होंगे। इन नेताओं ने तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्षविराम होने पर यूक्रेन को भविष्य में रूस की आक्रामकता से बचाने के लिए सैन्य सहायता देने का वादा किया है।
ब्रिटेन और यूक्रेन में मिसाइलों पर चर्चा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर द्वारा आयोजित इस बैठक में सर्दियों के आगमन के साथ रूस द्वारा लगभग हर दिन किए जाने वाले ड्रोन और मिसाइल हमलों से यूक्रेन की विद्युत ग्रिड की सुरक्षा करने में मदद के तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही यूक्रेनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने और कीव को रूस के अंदर तक हमला करने में सक्षम लंबी दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति करने पर भी चर्चा की जाएगी। वार्ता का उद्देश्य रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बढ़ाना है तथा हाल के दिनों में उठाए गए कदमों को गति देना है। हाल के इन कदमों में अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का नया चरण भी शामिल है, जिनका निशाना रूस की महत्वपूर्ण तेल और गैस निर्यात आय है।
ट्रंप ने यह भी कहा था कि रूस तत्काल सीजफायर को स्वीकार नहीं कर रहा है और इसी वजह से मुलाकात को टाल दिया गया है। वहीं रूसी दूत किरिल ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि राजनयिक बातचीत जारी है। उन्होंने कहा, 'रूस और अमेरिका के बीच बातचीत आगे भी जारी रहेगी लेकिन यह निश्चित रूप से तभी संभव होगी जब रूसी हितों पर ध्यान दिया जाएगा और सम्मान के साथ व्यवहार किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस लड़ाई का राजनयिक हल पहले के अनुमान से ज्यादा करीब पहुंच गया है।
'अमेरिका को भारी पड़े तेल प्रतिबंध'
किरिल ने कहा, 'मेरा मानना है कि रूस, अमेरिका और यूक्रेन राजनयिक हल के बहुत ही करीब पहुंच गए हैं। राष्ट्रपति जेलेंस्की की ओर यह बड़ा कदम है कि उन्होंने माना है जो युद्ध रेखा के बारे में है। आप जानते हैं कि जेलेंस्की का पहले का रुख था कि रूस पूरी तरह से इलाका खाली करे। ऐसे में मैं समझता हूं कि हम राजनयिक हल के बेहद करीब पहुंच गए हैं जिसे अंजाम दिया जा सकता है। रूसी दूत अमेरिका पहुंचे हैं और ठीक इसी समय अमेरिका ने रूस की तेल कंपनियों पर बड़ा प्रतिबंध लगाया है।
रूसी दूत ने अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभाव को खारिज कर दिया और चेतावनी दी कि यह आर्थिक रूप से भारी पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि इससे तेल की कीमतें बढेंगी और अमेरिका में लोग परेशान होंगे। वहीं यूक्रेन के अधिकारियों ने किसी सीधे बैकचैनल बातचीत को खारिज किया है। इस बीच जेलेंस्की शुक्रवार को 20 से अधिक यूरोपीय नेताओं के साथ वार्ता के लिए लंदन में होंगे। इन नेताओं ने तीन साल से अधिक समय से जारी युद्ध को रोकने के लिए संघर्षविराम होने पर यूक्रेन को भविष्य में रूस की आक्रामकता से बचाने के लिए सैन्य सहायता देने का वादा किया है।
ब्रिटेन और यूक्रेन में मिसाइलों पर चर्चा
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टार्मर द्वारा आयोजित इस बैठक में सर्दियों के आगमन के साथ रूस द्वारा लगभग हर दिन किए जाने वाले ड्रोन और मिसाइल हमलों से यूक्रेन की विद्युत ग्रिड की सुरक्षा करने में मदद के तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही यूक्रेनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने और कीव को रूस के अंदर तक हमला करने में सक्षम लंबी दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति करने पर भी चर्चा की जाएगी। वार्ता का उद्देश्य रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बढ़ाना है तथा हाल के दिनों में उठाए गए कदमों को गति देना है। हाल के इन कदमों में अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का नया चरण भी शामिल है, जिनका निशाना रूस की महत्वपूर्ण तेल और गैस निर्यात आय है।
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