नई दिल्ली: दुबई में चल रही ICC मीटिंग में बीसीसीआई पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के प्रमुख मोहसिन नकवी पर एक बड़ा हमला करने की तैयारी में है। सूत्रों के मुताबिक, BCCI ने नकवी के खिलाफ आरोपों की एक बड़ी लिस्ट तैयार कर ली है, जो एशिया कप ट्रॉफी विवाद से अलग है। यह विवाद इस बात से जुड़ा है कि नकवी PCB अध्यक्ष और एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष होने के साथ-साथ पाकिस्तान के गृह मंत्री की दोहरी भूमिका निभा रहे हैं।
बीसीसीआई को मिलेगा अफगानिस्तान का साथ
BCCI का आरोप है कि नकवी की यह दोहरी भूमिका ICC के नियमों का उल्लंघन करती है। रिपोर्ट के अनुसार, BCCI को इस मामले में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) का भी समर्थन मिलने की उम्मीद है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बाद रिश्ते खराब हुए हैं, जिसके चलते ACB ने पाकिस्तान में होने वाली एक ट्राइ सीरीज से नाम वापस ले लिया था। सूत्रों ने पुष्टि की है कि अफगानिस्तान भी नकवी से किसी एक पद को छोड़ने की मांग का समर्थन करेगा।
हालांकि, नकवी के इस मीटिंग में शामिल होने को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। पहले खबरें थीं कि वे घरेलू राजनीतिक मुद्दों के कारण नहीं आएंगे, लेकिन अब ऐसी संभावना है कि वे 7 नवंबर को मीटिंग में शामिल हो सकते हैं, बशर्ते यह सीनेट में उनके संवैधानिक संशोधन पर होने वाली बहस से न टकराए। अगर नकवी मीटिंग में शामिल होते हैं, तो BCCI का पहला और सबसे अहम मुद्दा एशिया कप की ट्रॉफी होगा।
अभी तक ACC मुख्यालय में है ट्रॉफी
28 सितंबर को एशिया कप का फाइनल जीतने के बावजूद, भारतीय टीम को अभी तक ट्रॉफी नहीं सौंपी गई है और वह ACC मुख्यालय दुबई में रखी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय खिलाड़ियों ने कथित तौर पर नकवी की सीनेट में स्थिति का हवाला देते हुए उनसे ट्रॉफी स्वीकार करने से मना कर दिया था, जिसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर वेन्यू से चले गए थे। BCCI द्वारा बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद, नकवी ने इसे सीधे खुद सौंपने की जिद रखी, जिसे भारतीय बोर्ड ने अस्वीकार कर दिया और अब ICC मीटिंग में इस मुद्दे को उठा रहा है। BCCI अब नकवी की दोहरी भूमिका और ट्रॉफी विवाद दोनों पर ICC का ध्यान केंद्रित करके पाकिस्तान पर दबाव बनाने की तैयारी में है।
बीसीसीआई को मिलेगा अफगानिस्तान का साथ
BCCI का आरोप है कि नकवी की यह दोहरी भूमिका ICC के नियमों का उल्लंघन करती है। रिपोर्ट के अनुसार, BCCI को इस मामले में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) का भी समर्थन मिलने की उम्मीद है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के बाद रिश्ते खराब हुए हैं, जिसके चलते ACB ने पाकिस्तान में होने वाली एक ट्राइ सीरीज से नाम वापस ले लिया था। सूत्रों ने पुष्टि की है कि अफगानिस्तान भी नकवी से किसी एक पद को छोड़ने की मांग का समर्थन करेगा।
हालांकि, नकवी के इस मीटिंग में शामिल होने को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। पहले खबरें थीं कि वे घरेलू राजनीतिक मुद्दों के कारण नहीं आएंगे, लेकिन अब ऐसी संभावना है कि वे 7 नवंबर को मीटिंग में शामिल हो सकते हैं, बशर्ते यह सीनेट में उनके संवैधानिक संशोधन पर होने वाली बहस से न टकराए। अगर नकवी मीटिंग में शामिल होते हैं, तो BCCI का पहला और सबसे अहम मुद्दा एशिया कप की ट्रॉफी होगा।
अभी तक ACC मुख्यालय में है ट्रॉफी
28 सितंबर को एशिया कप का फाइनल जीतने के बावजूद, भारतीय टीम को अभी तक ट्रॉफी नहीं सौंपी गई है और वह ACC मुख्यालय दुबई में रखी है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय खिलाड़ियों ने कथित तौर पर नकवी की सीनेट में स्थिति का हवाला देते हुए उनसे ट्रॉफी स्वीकार करने से मना कर दिया था, जिसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर वेन्यू से चले गए थे। BCCI द्वारा बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद, नकवी ने इसे सीधे खुद सौंपने की जिद रखी, जिसे भारतीय बोर्ड ने अस्वीकार कर दिया और अब ICC मीटिंग में इस मुद्दे को उठा रहा है। BCCI अब नकवी की दोहरी भूमिका और ट्रॉफी विवाद दोनों पर ICC का ध्यान केंद्रित करके पाकिस्तान पर दबाव बनाने की तैयारी में है।
You may also like

बिहार में वोटिंग के दिन 46 करोड़ रुपये की शराब के चर्चे, पढ़िए मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह का बड़ा खुलासा

अठारह F-16 लड़ाकू विमानों की कीमत मात्र 102 रुपये, इस देश ने तो बिक्री का रिकॉर्ड ही तोड़ दिया, कारण जानें

स्पेनिश व्यापार प्रतिनिधिमंडल ने 'नमो भारत कॉरिडोर' का किया दौरा, तकनीक और संचालन को सराहा

ऐतिहासिक मतदान: बिहार में पहले चरण में 64.66 फीसदी वोटिंग, मुख्य चुनाव आयुक्त बोले- 1951 के बाद सबसे ज्यादा

भारत का रुख कर सकती जापान की सुपर फॉर्मूला रेसिंग, भारतीय मोटरस्पोर्ट को मिलेगी जबरदस्त रफ्तार




