Next Story
Newszop

पाकिस्तान में डॉक्टर की डिग्री को क्या कहते हैं, क्या यहां से पढ़ने पर भारत में जॉब मिलती है? जानिए सबकुछ

Send Push
Pakistan Education News: भारत में मेडिकल एजुकेशन का क्रेज काफी ज्यादा है, तभी भारतीय छात्र विदेशों में भी MBBS करने जाते हैं। लेकिन यहां ये भी सवाल उठता है कि भारत के साथ आजाद होने वाले पाकिस्तान में भी क्या ऐसा ही होता है? आपको ये जानकर हैरानी होगी कि पाकिस्तानियों के बीच भी मेडिकल एजुकेशन काफी पॉपुलर है। वे अपने देश के साथ-साथ चीन, रूस, यूक्रेन, उज्बेकिस्तान जैसे देशों में मेडिकल एजुकेशन हासिल करने जाते हैं।

हालांकि, अब एक सवाल ये भी है कि भारत में तो मेडिकल डिग्री को MBBS कहा जाता है, लेकिन पाकिस्तान में इसका क्या नाम है? आइए आज इस सवाल का जवाब जानते हैं। साथ ही आपको बताते हैं कि पाकिस्तानी मेडिकल कॉलेजों में किस तरह एडमिशन होता है और यहां पर डॉक्टर्स की सैलरी कितनी है?
पाकिस्तान में डॉक्टर की डिग्री का नाम image

भारत की तरह ही पाकिस्तान में भी मेडिकल डिग्री का नाम 'बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी' यानी MBBS है। पड़ोसी मुल्क में डॉक्टर बनने के लिए स्टूडेंट्स को MBBS करना पड़ता है। पाकिस्तान में MBBS छह साल में पूरा होता है, जिसमें एक साल की इंटर्नशिप भी शामिल है। ये कोर्स अमेरिका में पढ़ाए जाने वाले डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (MD) की डिग्री के बराबर माना जाता है। लेकिन MD शब्द आमतौर पर प्राइमरी मेडिकल डिग्री के लिए इस्तेमाल नहीं होता है। यहां पर भी डॉक्टर अपने नाम के आगे Dr लगाते हैं। (Pexels)



पाकिस्तान में मेडिकल कॉलेज में एडमिशन का प्रोसेस image
  • पाकिस्तान में मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए काफी कॉम्पिटिशन रहता है। यहां पर भी भारत की तरह ही एंट्रेंस एग्जाम के बाद मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है। एग्जाम कराने की जिम्मेदारी 'पाकिस्तान मेडिकल एंड डेंटल काउंसिल' (PMDC) के पास है। MBBS में एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम के स्कोर और स्कूल में हासिल किए गए नंबरों का इस्तेमाल होता है।
  • मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए स्टूडेंट का 12वीं में बायोलॉजी, केमिस्ट्री और फिजिक्स की पढ़ाई करना अनिवार्य है। उसके इन तीनों ही सब्जेक्ट्स में कम से कम 60 फीसदी नंबर होने चाहिए।
  • स्टूडेंट को फिर 'मेडिकल एंड डेंटल कॉलेज एडमिशन टेस्ट' (MDCAT) देना पड़ता है। इसे आप पाकिस्तान का नीट कह सकते हैं, जिसके स्कोर के आधार पर प्राइवेट और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन होता है। MBBS में दाखिले के लिए MDCAT में कम से कम 55% नंबर होने चाहिए।
  • मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए जो मेरिट लिस्ट तैयार होती है, उसमें 10वीं के नंबरों का वैटेज 10%, 12वीं के नंबरों का वैटेज 40% और MDCAT के नंबरों का वैटेज 50% रहता है। इन तीनों के नंबरों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। मेरिट में नंबर आने पर ही MBBS में एडमिशन होता है। (Pexels)


पाकिस्तान के टॉप मेडिकल कॉलेज कौन से हैं? image
  • किंग एडवर्ड मेडिकल यूनिवर्सिटी
  • आगा खान यूनिवर्सिटी
  • डॉ यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज
  • अल्लामा इकबाल मेडिकल कॉलेज
  • फातिमा जिन्नाह मेडिकल यूनिवर्सिटी
  • आर्मी मेडिकल कॉलेज (Pexels)




क्या पाकिस्तान की डिग्री भारत में मान्य है? image

पाकिस्तान में पढ़ाई जाने वाली MBBS की डिग्री भारत में मान्य नहीं है। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने 2022 में ही पाकिस्तानी मेडिकल डिग्री को भारत में अमान्य घोषित कर दिया था। पड़ोसी मुल्क से MBBS करके आने वाले छात्रों को भारत में प्रैक्टिस के लिए जरूरी 'फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट एग्जामिनेशन' (FMGE) में बैठने नहीं दिया जाता है। जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों के छात्र पहले पाकिस्तान में MBBS करने जाते थे, लेकिन NMC के फैसले के बाद इस पर रोक लग गई। (Pexels)


पाकिस्तान में डॉक्टर की सैलरी कितनी होती है? image

पेस्केल के मुताबिक, पाकिस्तान में एक डॉक्टर की औसतन सालाना सैलरी 7 लाख रुपये होते हैं। जैसे-जैसे एक्सपीरियंस बढ़ता जाता है, वैसे-वैसे सैलरी भी बढ़ती है। सर्जन की सैलरी यहां पर लगभग 1.5 लाख रुपये महीना है। आमतौर पर पाकिस्तान में मिलिट्री अस्पतालों में काम करने वाले डॉक्टर्स को ज्यादा सैलरी दी जाती है। यहां पर डॉक्टर्स का सालाना पैकेज 10 से 30 लाख रुपये के बीच होता है। (Pexels)

Loving Newspoint? Download the app now