चंडीगढ़/नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने हरियाणा में संगठनात्मक बदलाव की घोषणा कर दी है। पार्टी ने दक्षिण हरियाणा के अहीरवाल क्षेत्र से आने वाले वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह को नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया है। वहीं, दो बार के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को राज्य विधानसभा में विधायक दल के नेता के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस ने सोमवार को इसकी घोषणा की। कांग्रेस ने लंबे समय बाद यादव समुदाय से किसी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। 80 के दशक में राव निहाल सिंह के बाद यह पहला मौका है जब कांग्रेस ने यादव समाज के नेता को यह जिम्मेदारी सौंपी है। राव नरेंद्र सिंह विधायक और फिर मंत्री रह चुके हैं और अहीरवाल क्षेत्र में उनका मजबूत आधार माना जाता है।
कांग्रेस की अहीरवाल पर नजर
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का यह कदम हरियाणा में जातीय समीकरण को संतुलित करने की कोशिश है। पार्टी पिछड़ा वर्ग और दक्षिण हरियाणा के यादव समाज को साधने के साथ-साथ जाट समुदाय को भी महत्व दे रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा लंबे समय से कांग्रेस के विधायक दल के नेता पद के प्रमुख दावेदार थे। यह पद करीब एक साल से खाली पड़ा था। कांग्रेस ने पिछले वर्ष उदय भान और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में विधानसभा चुनाव लड़ा था। दक्षिण हरियाणा यानी अहीरवाल बेल्ट फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुड़गांव, रेवाड़ी और नारनौल-महेंद्रगढ़ जैसे जिलों को शामिल करती है जहां लगभग 25 विधानसभा सीटें हैं।
कांग्रेस का खराब रहा प्रदर्शन
बीते दो चुनावों से इस क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है। पार्टी ने हाल ही में राज्य के 32 जिलों और शहर इकाइयों में भी नए अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। यह संगठनात्मक फेरबदल कांग्रेस के बूथ स्तर के नेटवर्क को सक्रिय करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। इस क्षेत्र में जब राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस से अलग हुए पार्टी और ज्यादा कमजोर हो गई। राव इंद्रजीत अभी मोदी सरकार में मंत्री हैं। उनकी बेटी आरती राव हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री हैं। इतना ही नहीं इस क्षेत्र में एक अन्य बड़े नेता राव नरबीर सिंह हैं। वे भी बीजेपी के साथ हैं।
कांग्रेस की अहीरवाल पर नजर
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस का यह कदम हरियाणा में जातीय समीकरण को संतुलित करने की कोशिश है। पार्टी पिछड़ा वर्ग और दक्षिण हरियाणा के यादव समाज को साधने के साथ-साथ जाट समुदाय को भी महत्व दे रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा लंबे समय से कांग्रेस के विधायक दल के नेता पद के प्रमुख दावेदार थे। यह पद करीब एक साल से खाली पड़ा था। कांग्रेस ने पिछले वर्ष उदय भान और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अगुवाई में विधानसभा चुनाव लड़ा था। दक्षिण हरियाणा यानी अहीरवाल बेल्ट फरीदाबाद, पलवल, मेवात, गुड़गांव, रेवाड़ी और नारनौल-महेंद्रगढ़ जैसे जिलों को शामिल करती है जहां लगभग 25 विधानसभा सीटें हैं।
कांग्रेस का खराब रहा प्रदर्शन
बीते दो चुनावों से इस क्षेत्र में पार्टी का प्रदर्शन खराब रहा है। पार्टी ने हाल ही में राज्य के 32 जिलों और शहर इकाइयों में भी नए अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। यह संगठनात्मक फेरबदल कांग्रेस के बूथ स्तर के नेटवर्क को सक्रिय करने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। इस क्षेत्र में जब राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस से अलग हुए पार्टी और ज्यादा कमजोर हो गई। राव इंद्रजीत अभी मोदी सरकार में मंत्री हैं। उनकी बेटी आरती राव हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री हैं। इतना ही नहीं इस क्षेत्र में एक अन्य बड़े नेता राव नरबीर सिंह हैं। वे भी बीजेपी के साथ हैं।
You may also like
UPS For Central Government Employees: केंद्र सरकार के कर्मचारी ध्यान से इस खबर को पढ़ लें, यूपीएस पर आई बड़ी जानकारी
पूर्व मंत्री पर लोहे की रॉड मारी, सिर पर 10 टांके… क्या लखनऊ जेल में जान लेने के इरादे से हुआ गायत्री प्रजापति पर हमला?
बदबूदार जूतों ने कैसे दिलाया भारत को इग नोबेल पुरस्कार
जयपुर में बदल रहा परिवहन का नक्शा: रैपिडो-उबर बंद होने से लोकल कैब चालक शुरू करेंगे नई सेवा
सलमान अली आग पर कसेगा अब शिकंजा, बीसीसीआई ने कर ली है तैयारी, प्रेस कॉन्फ्रेंस में की थी घटिया हरकत