नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की 'कांग्रेसी पहेली' को लेकर सियासी गलियारों में काफी चर्चा है। ओवैसी का अगले कदम को लेकर राजनीतिक विश्लेषक भी सोचने को मजबूर हो गए हैं। जहां एक ओर एआईएमआईएम ने बिहार में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है, वहीं दूसरी ओर हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है।
हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस, बीआरएस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस बीच, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव को समर्थन देने का ऐलान किया है।
समर्थन देने के सवाल पर क्या बोले ओवैसी?
ओवैसी ने अपने ऐलान के दौरान कहा कि इस चुनाव के नतीजे से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने जुबली हिल्स के करीब चार लाख मतदाताओं से अपील की कि वे बीआरएस को पिछले दस सालों से वोट देते आए हैं, लेकिन अब वे युवा नवीन यादव को वोट दें जो जुबली हिल्स में विकास ला सकते हैं। यह सीट बीआरएस विधायक मगांती गोपीनाथ के जून में निधन के कारण खाली हुई थी।
हालांकि ओवैसी की पार्टी का जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देना फायदे का सौदा हो सकता है लेकिन बिहार में इसका एआईएमआईएम को कुछ खास फायदा नहीं मिलने वाला है। असदुद्दीन ओवैसी बिहार में महागठबंधन के साथ अपनी पार्टी को शामिल कराने में विफल रहे हैं। यही कारण है कि एआईएमआईएम अकेले चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 25 पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता उदित राज ने AIMIM पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या वे बिहार में सरकार बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मुस्लिम नेता अपने निजी फायदे के लिए बीजेपी की 'बी टीम' बनकर काम कर रहे हैं।
लालू और तेजस्वी यादव को ओवैसी ने लिखा था लेटरएक सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर कहा था कि वह इस बार विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दल के रूप में चुनाव लड़ने को तैयार है। लेकिन पत्रों का कोई जवाब नहीं आया।
एआईएमआईएम ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपने 25 उम्मीदवार उतारे हैं, जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। पिछले चुनाव में भी पार्टी ने सीमांचल की 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
हैदराबाद की जुबली हिल्स विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस, बीआरएस और बीजेपी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। इस बीच, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कांग्रेस उम्मीदवार नवीन यादव को समर्थन देने का ऐलान किया है।
समर्थन देने के सवाल पर क्या बोले ओवैसी?
ओवैसी ने अपने ऐलान के दौरान कहा कि इस चुनाव के नतीजे से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने जुबली हिल्स के करीब चार लाख मतदाताओं से अपील की कि वे बीआरएस को पिछले दस सालों से वोट देते आए हैं, लेकिन अब वे युवा नवीन यादव को वोट दें जो जुबली हिल्स में विकास ला सकते हैं। यह सीट बीआरएस विधायक मगांती गोपीनाथ के जून में निधन के कारण खाली हुई थी।
#WATCH | Hyderabad, Telangana: On Jubilee Hills by-election, AIMIM chief Asaduddin Owaisi says, "By-elections are going to take place in Jubilee Hills. Revanth Reddy is the Chief Minister of the state. Neither this by-election will form the government nor will it change the… pic.twitter.com/c42Z3CzEa9
— ANI (@ANI) October 21, 2025
हालांकि ओवैसी की पार्टी का जुबली हिल्स उपचुनाव में कांग्रेस को समर्थन देना फायदे का सौदा हो सकता है लेकिन बिहार में इसका एआईएमआईएम को कुछ खास फायदा नहीं मिलने वाला है। असदुद्दीन ओवैसी बिहार में महागठबंधन के साथ अपनी पार्टी को शामिल कराने में विफल रहे हैं। यही कारण है कि एआईएमआईएम अकेले चुनाव लड़ रही है। पार्टी ने बिहार विधानसभा की 243 सीटों में से 25 पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता उदित राज ने AIMIM पर निशाना साधते हुए कहा कि क्या वे बिहार में सरकार बना रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ मुस्लिम नेता अपने निजी फायदे के लिए बीजेपी की 'बी टीम' बनकर काम कर रहे हैं।
लालू और तेजस्वी यादव को ओवैसी ने लिखा था लेटरएक सवाल के जवाब में ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर कहा था कि वह इस बार विपक्षी गठबंधन इंडिया के घटक दल के रूप में चुनाव लड़ने को तैयार है। लेकिन पत्रों का कोई जवाब नहीं आया।
एआईएमआईएम ने बिहार के सीमांचल क्षेत्र में अपने 25 उम्मीदवार उतारे हैं, जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा है। पिछले चुनाव में भी पार्टी ने सीमांचल की 19 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
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