पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच पटना जिले की मोकामा सीट पर हुई दुलारचंद यादव की हत्या ने चुनावी हिंसा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं। जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह और जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के काफिले के बीच हुए हिंसक टकराव के बाद हुई। इस जघन्य वारदात पर अब केंद्रीय चुनाव आयोग (EC) ने कड़ा संज्ञान लिया है। आयोग ने घटना की गंभीरता को देखते हुए बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) से तत्काल और विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। माना जा रहा है कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा या बाहुबल का प्रदर्शन न हो और मोकामा में कानून व्यवस्था को सख्ती से बहाल किया जा सके, इसे लेकर चुनाव आयोग सख्त है।
मोकामा हिंसा पर DGP से रिपोर्ट तलबमोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिहार पुलिस के डीजीपी से रिपोर्ट तलब किया है। आयोग ने डीजीपी विनय कुमार को आदेश दिया है कि वो गोलीबारी और हत्या से जुड़ी पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट तुरंत भेजें। चुनाव आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वो किसी भी कीमत पर चुनावी हिंसा और अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगा और मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और भयमुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कानून-व्यवस्था पर उठे गंभीर सवालबिहार की विपक्षी पार्टियों ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़ा किया है। खासकर तब, जब आदर्श आचार संहिता लागू है। दुलारचंद यादव जन सुराज उम्मीदवार के समर्थन में सक्रिय थे और उनकी हत्या दो प्रतिद्वंद्वी बाहुबलियों से जुड़े गुटों के बीच हुई। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग की रिपोर्ट मांगने की कार्रवाई, प्रशासन पर दबाव बढ़ाएगी कि वो मोकामा जैसे अति-संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत बढ़ाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
मोकामा हिंसा पर DGP से रिपोर्ट तलबमोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनाव आयोग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बिहार पुलिस के डीजीपी से रिपोर्ट तलब किया है। आयोग ने डीजीपी विनय कुमार को आदेश दिया है कि वो गोलीबारी और हत्या से जुड़ी पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट तुरंत भेजें। चुनाव आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि वो किसी भी कीमत पर चुनावी हिंसा और अराजकता को बर्दाश्त नहीं करेगा और मतदान प्रक्रिया को निष्पक्ष और भयमुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
कानून-व्यवस्था पर उठे गंभीर सवालबिहार की विपक्षी पार्टियों ने मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़ा किया है। खासकर तब, जब आदर्श आचार संहिता लागू है। दुलारचंद यादव जन सुराज उम्मीदवार के समर्थन में सक्रिय थे और उनकी हत्या दो प्रतिद्वंद्वी बाहुबलियों से जुड़े गुटों के बीच हुई। माना जा रहा है कि चुनाव आयोग की रिपोर्ट मांगने की कार्रवाई, प्रशासन पर दबाव बढ़ाएगी कि वो मोकामा जैसे अति-संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को तुरंत बढ़ाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।
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