दिल्ली मेट्रो में नाच गाना कम हो गया है। लेकिन क्लेश है कि थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन लोग एक दूसरे से लड़ते-झगड़ते दिख जाते हैं। कमाल की बात है कि इन बहसों और झगड़ों को सुलझाने के बजाय यात्री शांति से तमाशा देखते नजर आते हैं। ताजा वीडियो भी ऐसा ही है। मामला कश्मीरी गेट का बताया जा रहा है, जहां मेट्रो कोच में महिलाओं के बीच में सीट को लेकर बहस शुरू हो जाती है। इस वीडियो को अब तक 15 हजार से अधिक व्यूज और सैकड़ों लाइक्स मिल चुके हैं।
34 सेकंड का वीडियो हुआ वायरल
यह क्लिप 34 सेकंड की है, जिसमें मेट्रो पूरी तरह यात्रियों से भरी है। गोद में बच्चा लिए एक महिला खड़ी है और सामने सीट पर बैठी महिला से उसकी बहस हो रही है। खड़ी महिला जोर से चिल्लाती है- बुला हेल्पलाइन नंबर... बकवास कर रही है... गवर्नमेंट का रूल है...। इसके जवाब में बैठी महिला कहती है- हां, रूल तेरे लिए ही हैं। दोनों के बीच बहस इतनी तेज हो जाती है कि भीड़ होने के बावजूद कोई भी यात्री उन्हें शांत कराने की कोशिश नहीं करता। कुछ लोग तो बस मूक दर्शक बने रहते हैं और कुछ मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करने में जुटे रहते हैं। अंत में, बच्चा थामे महिला वहां से चली जाती है।
मेट्रो में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं लड़ रही हैं!
34 सेकंड का वीडियो हुआ वायरल
यह क्लिप 34 सेकंड की है, जिसमें मेट्रो पूरी तरह यात्रियों से भरी है। गोद में बच्चा लिए एक महिला खड़ी है और सामने सीट पर बैठी महिला से उसकी बहस हो रही है। खड़ी महिला जोर से चिल्लाती है- बुला हेल्पलाइन नंबर... बकवास कर रही है... गवर्नमेंट का रूल है...। इसके जवाब में बैठी महिला कहती है- हां, रूल तेरे लिए ही हैं। दोनों के बीच बहस इतनी तेज हो जाती है कि भीड़ होने के बावजूद कोई भी यात्री उन्हें शांत कराने की कोशिश नहीं करता। कुछ लोग तो बस मूक दर्शक बने रहते हैं और कुछ मोबाइल से वीडियो रिकॉर्ड करने में जुटे रहते हैं। अंत में, बच्चा थामे महिला वहां से चली जाती है।
मेट्रो में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं लड़ रही हैं!
इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स जमकर रिएक्ट कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- रेड लाइन होगी पक्का! दूसरे ने मजाक में कहा- बच्चा भी बोल रहा होगा: लड़ने दो, मुझे क्या ही लेना-देना! एक अन्य ने लिखा - इन दिनों मेट्रो में पुरुषों से ज्यादा महिलाएं लड़ रही हैं! वहीं एक महिला यूजर ने तंज कसते हुए लिखा - शुक्र है मैं ऐसी झगड़ालू नहीं हूं।
ज्यादातर लोगों का कहना है कि अब दिल्ली मेट्रो में क्लेश आम बात हो गई है, जबकि एक यूजर ने मजे लेते हुए कहा - पता नहीं, मुझे तो कभी कोई क्लेश देखने को नहीं मिलता! वैसे इस घटना को बारे में आपका क्या कहना है? कमेंट में लिखें।
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