सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में एक हिस्ट्रीशीटर ने शनिवार की भोर में अपने ही घर में अवैध असलहे से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू नाम के इस हिस्ट्रीशीटर की मौत से इलाके में हड़कंप मच गया। वह दो दिन पहले ही परदेस से घर लौटा था। गोली चलने की आवाज सुनकर लोग मौके पर पहुंचे तो दुर्गेश खून से लथपथ मृत अवस्था में मिला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है।
जानकारी के मुताबिक, घटना कूरेभार थाना क्षेत्र के गलिबहा गांव की है। शनिवार की भोर में गोली चलने की आवाज से ग्रामीण चौंक गए। आनन-फानन में परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने हिस्ट्रीशीटर दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू पुत्र नरेंद्र सिंह को अपने ही घर के अंदर मृत पाया। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। हिस्ट्रीशीटर की आत्महत्या के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
बता दें कि सुल्तानपुर के कादीपुर में एलआईसी (LIC) शाखा में एक बड़ी डकैती 1 सितंबर 2008 को दिन-दहाड़े हुई थी। दोपहर करीब 12:30 बजे ये घटना हुई। असलहों से लैस बदमाश शाखा के गेट पर खड़े सुरक्षा गार्ड सत्य प्रकाश तिवारी की कनपटी पर रिवाल्वर सटाकर उसकी बंदूक छीन ली और शाखा के अंदर घुस गए। बदमाश शाखा से कुल 13 लाख 15 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। शाखा के तत्कालीन प्रबंधक ईश्वर देव सिंह ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया था। जिसमें कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
मृतक बाहर रह रहा था 29 अक्टूबर को कोर्ट में आरोप तय होना था, जिसको लेकर वो घर आया और वहां से कोर्ट गया। कोर्ट ने आरोप तय किया और 5 नवम्बर को फैसला कोर्ट कोई सुनाना था। आरोपी पर गैंगेस्टर समेत कुल 10 मुकदमे दर्ज हैं। उसका हिस्ट्रीशीट नंबर 175A है।
मृतक दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू के परिजनों ने बताया कि दुर्गेश दो दिन पहले ही परदेश से घर लौटा था। सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष विजयंत मिश्रा पुलिस बल और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, घटना कूरेभार थाना क्षेत्र के गलिबहा गांव की है। शनिवार की भोर में गोली चलने की आवाज से ग्रामीण चौंक गए। आनन-फानन में परिजन और आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने हिस्ट्रीशीटर दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू पुत्र नरेंद्र सिंह को अपने ही घर के अंदर मृत पाया। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। हिस्ट्रीशीटर की आत्महत्या के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
बता दें कि सुल्तानपुर के कादीपुर में एलआईसी (LIC) शाखा में एक बड़ी डकैती 1 सितंबर 2008 को दिन-दहाड़े हुई थी। दोपहर करीब 12:30 बजे ये घटना हुई। असलहों से लैस बदमाश शाखा के गेट पर खड़े सुरक्षा गार्ड सत्य प्रकाश तिवारी की कनपटी पर रिवाल्वर सटाकर उसकी बंदूक छीन ली और शाखा के अंदर घुस गए। बदमाश शाखा से कुल 13 लाख 15 हजार रुपये लूटकर फरार हो गए। शाखा के तत्कालीन प्रबंधक ईश्वर देव सिंह ने इस संबंध में मामला दर्ज कराया था। जिसमें कोर्ट में सुनवाई चल रही थी।
मृतक बाहर रह रहा था 29 अक्टूबर को कोर्ट में आरोप तय होना था, जिसको लेकर वो घर आया और वहां से कोर्ट गया। कोर्ट ने आरोप तय किया और 5 नवम्बर को फैसला कोर्ट कोई सुनाना था। आरोपी पर गैंगेस्टर समेत कुल 10 मुकदमे दर्ज हैं। उसका हिस्ट्रीशीट नंबर 175A है।
मृतक दुर्गेश सिंह उर्फ मोनू के परिजनों ने बताया कि दुर्गेश दो दिन पहले ही परदेश से घर लौटा था। सूचना मिलते ही थाना अध्यक्ष विजयंत मिश्रा पुलिस बल और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और साक्ष्य जुटाए। उन्होंने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।
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