नई दिल्लीः भलस्वा डेयरी इलाके में एक युवक को उसी के ई-रिक्शा में डालकर लड़कों का एक ग्रुप ले गया। उसके बाद पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने सीसीटीवी और लोकल इंटेलिजेंस की मदद से कुछ ही घंटों में पांच आरोपियों को पकड़ लिया। इनकी पहचान राजीव नगर निवासी मोहम्मद समीर और सुलेमान उर्फ हैरान के तौर पर हुई है। बाकी तीन आरोपी नाबालिग है, जिनकी उम्र 16, 14 और 16 है। ये सभी कलंदर कॉलोनी के रहने वाले हैं। जांच जारी है।
पुलिस ने शुरू की जांचडीसीपी हरेश्वर स्वामी के मुताबिक, 8 नवंबर को बाबू जगजीवन राम अस्पताल से सूचना मिली कि भलस्वा डेयरी निवासी करण नाम के एक लड़के को झगड़े के दौरान चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोकल पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया। थाना भलस्वा डेयरी पुलिस ने जांच शुरू की।
सभी आरोपियों से पूछताछ जारीअस्पताल में पूछताछ से पता चला कि मृतक करण को दुर्गा चौक, भलस्वा डेयरी में ई-रिक्शा चलाते समय युवकों के एक ग्रुप ने रोका था। मृतक का दोस्त जो कि चश्मदीद है, उसने देखा कि ये ग्रुप करण को जबरन उसके ई-रिक्शा में डालकर ले गए। बाकी लोगों को पीछे छोड़ दिया गया। कुछ ही देर बाद वह गंभीर रूप से घायल मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। क्राइम टीम और फरेंसिक टीम ने साक्ष्य के लिए घटनास्थल का निरीक्षण किया। क्राइम की गंभीरता को देखते हुए टीम ने सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम ने पहचान कर कुछ ही समय में पांच आरोपियों को पकड़ लिया। सभी आरोपियों से गहन पूछताछ की।
उन्होंने खुलासा किया कि मृतक करण ने पहले भी समीर और नाबालिगों को धमकाया था। रंजिश रखते हुए समीर, सुलेमान और नाबालिगों ने मिलकर बदला लेने की साजिश रची। 8 नवंबर को समीर ने करण को मिलने के बहाने फोन पर दुर्गा चौक बुलाया। जहां सभी आरोपी एक साथ आए। फिर वे करण को पानी की पाइपलाइन की ओर ले गए।
पुलिस ने शुरू की जांचडीसीपी हरेश्वर स्वामी के मुताबिक, 8 नवंबर को बाबू जगजीवन राम अस्पताल से सूचना मिली कि भलस्वा डेयरी निवासी करण नाम के एक लड़के को झगड़े के दौरान चोट लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लोकल पुलिस ने तुरंत मामला दर्ज किया। थाना भलस्वा डेयरी पुलिस ने जांच शुरू की।
सभी आरोपियों से पूछताछ जारीअस्पताल में पूछताछ से पता चला कि मृतक करण को दुर्गा चौक, भलस्वा डेयरी में ई-रिक्शा चलाते समय युवकों के एक ग्रुप ने रोका था। मृतक का दोस्त जो कि चश्मदीद है, उसने देखा कि ये ग्रुप करण को जबरन उसके ई-रिक्शा में डालकर ले गए। बाकी लोगों को पीछे छोड़ दिया गया। कुछ ही देर बाद वह गंभीर रूप से घायल मिला। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। क्राइम टीम और फरेंसिक टीम ने साक्ष्य के लिए घटनास्थल का निरीक्षण किया। क्राइम की गंभीरता को देखते हुए टीम ने सीसीटीवी की मदद से आरोपियों की तलाश शुरू की। टीम ने पहचान कर कुछ ही समय में पांच आरोपियों को पकड़ लिया। सभी आरोपियों से गहन पूछताछ की।
उन्होंने खुलासा किया कि मृतक करण ने पहले भी समीर और नाबालिगों को धमकाया था। रंजिश रखते हुए समीर, सुलेमान और नाबालिगों ने मिलकर बदला लेने की साजिश रची। 8 नवंबर को समीर ने करण को मिलने के बहाने फोन पर दुर्गा चौक बुलाया। जहां सभी आरोपी एक साथ आए। फिर वे करण को पानी की पाइपलाइन की ओर ले गए।
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