ढाका, 18 अक्टूबर . बांग्लादेश की राजधानी ढाका स्थित हजरत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गो सेक्शन में Saturday दोपहर भीषण आग लग गई, जिससे सभी उड़ानों का परिचालन रोक दिया गया और इमरजेंसी सेवाएं शुरू कर दी गई. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी.
अग्निशमन सेवा और नागरिक सुरक्षा मीडिया प्रकोष्ठ के एक अधिकारी तल्हा बिन जासिम के अनुसार, Saturday दोपहर हवाई अड्डे के गेट नंबर 8 के कार्गो विलेज में आग लग गई, और 36 अग्निशमन इकाइयां आग पर काबू पाने के लिए काम कर रही हैं.
बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्र ‘द डेली स्टार’ ने हवाई अड्डे के प्रवक्ता के हवाले से कहा, “हमारे सभी विमान सुरक्षित हैं. स्थिति स्पष्ट होने पर आगे की जानकारी दी जाएगी.”
बांग्लादेश सशस्त्र बलों के मीडिया प्रभाग, इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के अनुसार, बांग्लादेश नागरिक उड्डयन, बांग्लादेश अग्निशमन सेवा, बांग्लादेश नौसेना और बांग्लादेश वायु सेना की दो अग्निशमन इकाइयाँ हज़रत शाहजलाल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के कार्गो सेक्शन में आग बुझाने के लिए काम कर रही हैं.
बताया जा रहा है कि बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की दो प्लाटून भी बचाव कार्य में शामिल हो गई हैं.
ढाका हवाई अड्डे के सूत्रों के हवाले से, डेली स्टार ने बताया कि ढाका में उतरने वाली कम से कम पांच उड़ानों को चटगांव के शाह अमानत अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और सिलहट के उस्मानी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर डायवर्ट कर दिया गया है.
प्रमुख बांग्लादेशी दैनिक द बिजनेस स्टैंडर्ड से बात करते हुए, बांग्लादेश फ्रेट फॉरवर्डर्स एसोसिएशन के निदेशक, नासिर उद्दीन ने कहा, “हम अब कार्गो को हुए नुकसान का आकलन करने की कोशिश कर रहे हैं. अब तक, हमें पता चला है कि जिस क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय कूरियर सेवा का सामान रखा गया था, वह बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है. उस क्षेत्र में एक रासायनिक गोदाम भी था, और हमने सुना है कि उसमें भी आग लग गई है.”
यह ताज़ा घटना ढाका और बंदरगाह शहर चटगांव में लगी भीषण आग के बाद हुई है, जिसके कारण विशेषज्ञों ने बांग्लादेश के सुरक्षा मानकों और आपातकालीन तैयारियों पर गंभीर चिंताएँ जताई हैं.
स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में, ढाका के मीरपुर के शियालबारी इलाके में एक रासायनिक गोदाम और एक कपड़ा कारखाने वाली इमारत में आग लगने से कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
इस बीच, चटगांव के निर्यात प्रसंस्करण क्षेत्र (सीईपीजेड) स्थित एक कारखाने में Thursday को लगी आग पर काबू पाने में 17 घंटे लग गए और 25 अग्निशमन इकाइयों को इसकी आवश्यकता पड़ी.
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