New Delhi, 10 नवंबर . रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह Monday को New Delhi में 16 रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) की वार्षिक प्रदर्शन समीक्षा करेंगे.
राजनाथ सिंह ने इससे पहले 2025 को ‘सुधारों का वर्ष’ घोषित किया था, जिसमें रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा नई तकनीक के विकास के महत्व और निर्यात एवं स्वदेशीकरण को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया था. इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए, उन्होंने रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) से अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) के लिए अपने निवेश और जनशक्ति को बढ़ाने का आह्वान किया था.
रक्षा मंत्रालय (एमओडी) ने Saturday को अपने प्रेस नोट में कहा, “तब से, सभी रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) ने अगले पांच वर्षों के लिए अपने अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) का रोडमैप तैयार कर लिया है. पिछले 10 वर्षों में, 16 रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा अनुसंधान एवं विकास में कुल 30,952 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है.”
अगले पांच वर्षों में 32,766 करोड़ रुपए के अनुमानित व्यय के साथ अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) की गति को अब दोगुना करने का प्रस्ताव है. पिछले 10 वर्षों में अनुसंधान एवं विकास में अधिकांश निवेश पुराने रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (डीपीएसयू) द्वारा किया गया था, विशेष रूप से हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), India इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और India डायनेमिक्स लिमिटेड द्वारा, लेकिन अब अनुसंधान एवं विकास पर तेजी सभी रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों में फैल गया है.
इसी प्रकार, अगले पांच वर्षों में, आयुध निर्माणी बोर्ड के निगमीकरण के बाद गठित सात नए रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (डीपीएसयू) अनुसंधान एवं विकास पर 3,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेंगे, जबकि रक्षा शिपयार्ड ने 1,300 करोड़ रुपए से अधिक के निवेश की योजना बनाई है.
रक्षा मंत्रालय ने कहा, “इस कार्यक्रम के दौरान, पिछले 10 वर्षों में किए गए रक्षा एवं विकास/अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं का संकलन और अगले पांच वर्षों की योजना जारी की जाएगी. इसके अलावा, एचएएल के नए अनुसंधान एवं विकास मैनुअल का अनावरण किया जाएगा, जो अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं में लचीलापन, गति, जोखिम मूल्यांकन और आवंटन प्रदान करेगा.”
Union Minister अक्षय ऊर्जा पर ‘स्वयं’ शीर्षक से एक रिपोर्ट भी जारी करेंगे.
यह रिपोर्ट रक्षा उत्पादन विभाग के तत्वावधान में सभी 16 डीपीएसयू की ऊर्जा दक्षता प्रथाओं को संकलित करने का पहला प्रयास है.
बता दें कि 2024-25 में डीपीएसयू का प्रदर्शन सराहनीय रहा है. कुल कारोबार 1.08 लाख करोड़ रुपए रहा, जो 2023-24 की तुलना में 15.4 प्रतिशत अधिक है. डीपीएसयू ने 2024-25 में टैक्स चुकाने के बाद कुल मुनाफा 20,021 करोड़ रुपए दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 19.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है.
उल्लेखनीय रूप से, 2024-25 में, डीपीएसयू ने पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में निर्यात में 51 प्रतिशत की वृद्धि हासिल की.
इस कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए विभिन्न डीपीएसयू को सम्मानित किया जाएगा और महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान भी होगा.
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एससीएच/एएस
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