New Delhi, 21 अक्टूबर . हिंदी सिनेमा जगत में अपनी चमक को बरकरार रख पाना मुश्किल होता है, क्योंकि समय के साथ हर सितारे की चमक फीकी पड़ जाती है.
कुछ सितारे टैलेंटेड होने के बाद भी गुमनाम जिंदगी जीते हैं. ऐसी ही अदाकारा हैं निशि कोहली, जिन्होंने अपनी एक्टिंग और खूबसूरती से काफी समय तक पर्दे पर राज किया था, लेकिन आज एक्ट्रेस गुमनामी की जिंदगी जी रही हैं और कभी-कभार ही अपने परिवार के साथ दिखती हैं.
60 के दशक में बहुत सारी अभिनेत्रियां रहीं, उनमें से एक थी निशि कोहली, जिन्होंने सिर्फ हिंदी सिनेमा में ही नहीं बल्कि पंजाबी सिनेमा में भी अपने चुलबुलेपन से फैंस का दिल जीता था. निशि कोहली उर्फ कृष्णा कुमारी शर्मा का जन्म Pakistan के सियालकोट में हुआ था, लेकिन विभाजन के बाद वो अपने परिवार के साथ India आकर बस गई.
इसके बाद उन्होंने फिल्मों में काम करने का फैसला लिया और उन्हें साइड रोल ऑफर होने लगे. निशी की अदाकारी हिंदी सिनेमा से ज्यादा पंजाबी फिल्मों में चली, जहां दारा सिंह के साथ उनकी जोड़ी सबसे ज्यादा हिट रही थी. उन्होंने दारा सिंह के साथ ‘हरक्युलस’, ‘एक था अलीबाबा’, ‘दुल्ला भट्टी’ और ‘बादशाह’ में काम किया. जबकि उनकी हिंदी सिनेमा में 1965 में आई ‘लुटेरा’, 1958 में आई ‘फागुन’ और 1962 में आई ‘वल्लाह क्या बात है’ सुपर हिट साबित हुई थीं.
निशि ने अपने करियर में 60 से ज्यादा हिंदी फिल्मों में काम किया और पंजाबी फिल्मों में भी सक्रिय रहीं. हालांकि हिंदी सिनेमा में उनकी फिल्में ज्यादा कमाल नहीं कर पाईं.
निशि की पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में रही थी. उन्होंने निर्माता राजकुमार कोहली से शादी की थी. बताया जाता है कि दोनों की मुलाकात फिल्म की शूटिंग के दौरान हुई थी और दोनों ने शादी कर ली. शादी के बाद ही निशि ने फिल्मी दुनिया को अलविदा कह दिया और अपने परिवार के साथ रहने लगीं. एक्ट्रेस के पति राजकुमार कोहली का निधन हो चुका है और वो अपने बेटे अरमान कोहली के साथ रह रही हैं. कभी-कभी किसी इवेंट में एक्ट्रेस अरमान के साथ देखी जाती हैं, लेकिन फिलहाल एक्ट्रेस काफी बुजुर्ग हो गई हैं.
–
पीएस/डीएससी
You may also like
हारे कोई भी पार्टी लेकिन बिहार चुनाव में जीतेंगे ये भूमिहार ही, कैंडिडेट तो नहीं लेकिन जाति की जीत कन्फर्म
हवा में उड़ गए नियम, घंटों हुई आतिशबाजी, देखें कहा कितना प्रदूषण
Krishi Yantra Subsidy Yojana 2025 : अब किसानों को महंगे ट्रैक्टर की चिंता नहीं, 80% तक सब्सिडी उपलब्ध
महाराष्ट्र: भिवंडी में महावीर सिंथेटिक कंपनी में भीषण आग, दो दमकल गाड़ियां मौके पर
मजदूरों के लिए बंपर खुशखबरी: लेबर कार्ड 2025 से महिलाओं को ₹18,000 तक सीधे खाते में, पुरुषों को भी ₹13,000