आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से अधिकतर लोग डायबिटीज, हार्ट संबंधी डिजीज, मोटापा और तनाव जैसी समस्या से राहत मिल सकती है. तनाव और बीमारियों से बचाव के लिए आप आयुर्वेद के तरीके को अपना सकते हैं. दरअसल आयुर्वेद के अनुसार किसी भी बीमारी से राहत पाने के लिए उनके मूल कारण को अनदेखा नहीं करना चाहिए. आयुर्वेद बीमारी को दबाने ने नहीं बल्कि पूरे स्वास्थ्य पर जोर देता है. डॉ. टोनी नादेर एमडी पीएचडी, न्यूरोसाइंटिस्ट और विश्व स्तर पर प्रसिद्ध वैदिक विद्वान से जानते हैं कैसे आयुर्वेद हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.
आयुर्वेद बीमारी के कारण पर देता है जोर
आयुर्वेद किसी भी बीमारी को दबाने की नहीं बल्कि रोकथाम, संतुलन और पूरे स्वास्थ्य पर जोर देता है. आयुर्वेद इंसान की प्रकृति यानी वात, पित्त, कफ को समझ कर आहार, व्यवहार, दिनचर्या पर जोर देता है. आयुर्वेद शरीर की इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है जिससे कोई भी बीमारी बहुत ज्यादा सीरियस नहीं होती है.
शरीर की सफाई (डिटॉक्सिफिकेशन)
बीमारियों से बचाव के लिए आयुर्वेद शरीर की सफाई पर जोर दोता है. बॉडी (डिटॉक्सिफिकेशन) से मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है. इस शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं. इससे शरीर बैलेंस रहता है.
लाइफस्टाइल
आयुर्वेद हमेशा लाइफस्टाइल और फूड पर ध्यान देता है. आयुर्वेद के अनुसार मौसम के अनुसार भोजन का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा समय पर भोजन करना बेहद जरूरी होती है. आयुर्वेद के अनुसार नींद भी पूरी लेनी चाहिए, ताकि तनाव दूर हो सके.
You may also like
Womens World Cup 2025: पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना स्प्रे उड़ाने लगीं, क्यों रोकना पड़ा भारत और पाकिस्तान का मैच?
Delhi में मात्र 100 रुपये में मिल` जाते हैं शानदार जूते, ये 10 मार्केट हैं देश में सबसे सस्ती
गौतम गंभीर की वजह से रोहित शर्मा से छिनी गई वनडे टीम की कप्तानी? बीसीसीआई ने बताई हिटमैन को हटाने की असली वजह
HUDCO में भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू, जानें आवश्यक जानकारी
चौधरी भजनलाल: यूं ही नहीं कहते इन्हें सत्ता के रियल मैनेजर और राजनीति के चाणक्य