हर इंसान चाहता है कि उसके बुढ़ापे की जिंदगी आरामदायक और सुरक्षित हो, लेकिन इसके लिए ज़रूरी है कि हम अभी से उसकी तैयारी करें। रिटायरमेंट के बाद आमदनी का कोई पक्का सोर्स नहीं होता है, इसलिए समय रहते सेविंग और इन्वेस्टमेंट करना बहुत जरूरी है। आपकी सुविधा के लिए सरकार ने कुछ खास पेंशन स्कीम्स शुरू की हुई है लेकिन शायद आप इस बात से अंजान हो सकते है। आपको बता दे कि ये स्कीम्स आप सब के भविष्य को सुरक्षित बना सकती हैं। ये स्कीमें न सिर्फ रेगुलर इनकम का भरोसा देती हैं बल्कि टैक्स सेविंग का मौका भी देती हैं। भारत सरकार की इन योजनाओं में संगठित और असंगठित दोनों क्षेत्रों के लोगों के लिए विकल्प मौजूद हैं। चाहे आप एम्प्लॉयी हों, दुकानदार हों या मजदूर, आपके लिए एक न एक योजना ज़रूर है। आइए जानते हैं 5 खास सरकारी पेंशन स्कीम्स के बारे में जो आपके रिटायरमेंट को बेफिक्र बना सकती हैं।
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)NPS एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है जो पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के तहत आती है। यह योजना उन लोगों के लिए है जो रिटायरमेंट के लिए धीरे-धीरे फंड बनाना चाहते हैं। इसमें आप हर महीने, सालाना या लम्प सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। इस पैसे को एक्सपर्ट्स द्वारा इन्वेस्टमेंट किया जाता है और रिटायरमेंट पर आपको पेंशन और लम्प सम राशि दोनों मिलती है। इसमें टैक्स की बचत भी होती है – Section 80C और 80CCD(1B) के तहत। यह योजना सैलरीड पर्सन और सेल्फ-एम्प्लॉइड लोगों दोनों के लिए है।
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS)EPS, EPFO द्वारा चलाई जाती है और यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो ऑर्गनाइज़्ड सेक्टर में काम करते हैं। यदि आपने कम से कम 10 साल तक नौकरी की है, तो रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने पेंशन मिलती है। पेंशन की रकम आपके वेतन और सर्विस इयर्स पर निर्भर करती है। इसका पैसा सीधे आपकी सैलरी से कटने वाले EPF में से आता है।
अटल पेंशन योजना (APY)
APY सरकार की गारंटीड पेंशन योजना है जो असंगठित क्षेत्र जैसे कि मजदूर, ड्राइवर, घरेलू कर्मचारी में काम करने वाले लोगों के लिए शुरू की गई है। 60 साल की उम्र के बाद 1,000 हाजार से 5,000 हाजार तक हर महीने पेंशन मिलती है। ये पेंशन इस पर निर्भर करती है कि आपने किस उम्र में योजना को जॉइन किया और कितना योगदान दिया। बता दे कि इसमें भी Section 80CCD के तहत टैक्स छूट मिलती है।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM)
PM-SYM एक वॉलंटरी स्कीम है, जिसमें 15,000 हाजार तक मंथली इनकम वाले लोग शामिल हो सकते हैं। इसमें काम करने वाला व्यक्ति हर महीने कम राशि जमा करता है। 60 साल के बाद उसे 3,000 हाजार की मिनिमम मंथली पेंशन मिलती है। यह योजना किसानों , कंस्ट्रक्शन वर्कर, और छोटे दुकानदारों के लिए काफी अच्छी मानी जाती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
PPF कोई डायरेक्ट पेंशन योजना नहीं है, लेकिन यह लॉन्ग टर्म के लिए एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट विकल्प है जो रिटायरमेंट में काफी काम आता है। इसकी ड्यूरेशन 15 साल की होती है और इसमें अच्छा ब्याज मिलता है जो टैक्स फ्री होता है। Section 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। रिटायरमेंट के समय यह एक बड़ा फंड बनकर उभरता है, जिससे आप अपने खर्च आसानी से संभाल सकते हैं।
निष्कर्ष : सरकार की ये पेंशन योजनाएं हर कैटेगरी के लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। अगर समय रहते सही योजना चुनी जाए और नियमित रूप से इन्वेस्टमेंट किया जाए, तो रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी बिना टेंशन के गुजारी जा सकती है।
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS)NPS एक लॉन्ग टर्म सेविंग स्कीम है जो पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) के तहत आती है। यह योजना उन लोगों के लिए है जो रिटायरमेंट के लिए धीरे-धीरे फंड बनाना चाहते हैं। इसमें आप हर महीने, सालाना या लम्प सम इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। इस पैसे को एक्सपर्ट्स द्वारा इन्वेस्टमेंट किया जाता है और रिटायरमेंट पर आपको पेंशन और लम्प सम राशि दोनों मिलती है। इसमें टैक्स की बचत भी होती है – Section 80C और 80CCD(1B) के तहत। यह योजना सैलरीड पर्सन और सेल्फ-एम्प्लॉइड लोगों दोनों के लिए है।
कर्मचारी पेंशन योजना (EPS)EPS, EPFO द्वारा चलाई जाती है और यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए है जो ऑर्गनाइज़्ड सेक्टर में काम करते हैं। यदि आपने कम से कम 10 साल तक नौकरी की है, तो रिटायरमेंट के बाद आपको हर महीने पेंशन मिलती है। पेंशन की रकम आपके वेतन और सर्विस इयर्स पर निर्भर करती है। इसका पैसा सीधे आपकी सैलरी से कटने वाले EPF में से आता है।
अटल पेंशन योजना (APY)
APY सरकार की गारंटीड पेंशन योजना है जो असंगठित क्षेत्र जैसे कि मजदूर, ड्राइवर, घरेलू कर्मचारी में काम करने वाले लोगों के लिए शुरू की गई है। 60 साल की उम्र के बाद 1,000 हाजार से 5,000 हाजार तक हर महीने पेंशन मिलती है। ये पेंशन इस पर निर्भर करती है कि आपने किस उम्र में योजना को जॉइन किया और कितना योगदान दिया। बता दे कि इसमें भी Section 80CCD के तहत टैक्स छूट मिलती है।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मान-धन योजना (PM-SYM)
PM-SYM एक वॉलंटरी स्कीम है, जिसमें 15,000 हाजार तक मंथली इनकम वाले लोग शामिल हो सकते हैं। इसमें काम करने वाला व्यक्ति हर महीने कम राशि जमा करता है। 60 साल के बाद उसे 3,000 हाजार की मिनिमम मंथली पेंशन मिलती है। यह योजना किसानों , कंस्ट्रक्शन वर्कर, और छोटे दुकानदारों के लिए काफी अच्छी मानी जाती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
PPF कोई डायरेक्ट पेंशन योजना नहीं है, लेकिन यह लॉन्ग टर्म के लिए एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट विकल्प है जो रिटायरमेंट में काफी काम आता है। इसकी ड्यूरेशन 15 साल की होती है और इसमें अच्छा ब्याज मिलता है जो टैक्स फ्री होता है। Section 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। रिटायरमेंट के समय यह एक बड़ा फंड बनकर उभरता है, जिससे आप अपने खर्च आसानी से संभाल सकते हैं।
निष्कर्ष : सरकार की ये पेंशन योजनाएं हर कैटेगरी के लोगों को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। अगर समय रहते सही योजना चुनी जाए और नियमित रूप से इन्वेस्टमेंट किया जाए, तो रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी बिना टेंशन के गुजारी जा सकती है।
You may also like
Thunder Films को मुख्यमंत्री फडणवीस से मिली सराहना, जानें क्यों है खास!
मुख्य कोच गौतम गंभीर ने रोहित और विराट के भविष्य पर कहा 'मैं फिलहाल…'
स्वास्थ्य विभाग में भर्ती प्रक्रियाओं को प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाए : उप मुख्यमंत्री शुक्ल
अनूपपुर: जनसुनवाई में कलेक्टर ने दिखाई सख्ती, दो पटवारियों पर 5-5 हजार रुपये का जुर्माना
दुर्गापुर मामले पर ममता बनर्जी का बयान शर्मनाक सोच का प्रतीक: बिरंची नारायण त्रिपाठी