शेयर मार्केट में मंगलवार के कारोबारी सत्र में कुछ स्टॉक खबरों के कारण निवेशकों के रडार पर रहे. इन्हीं में से एक पीएसयू स्टॉक भी है जिसमें एक नए ऑर्डर के बाद तेज़ी आई. Coal India Ltd के शेयर प्राइस मंगलवार को 2% की तेज़ी के साथ 388.95 रुपए के डे हाई के साथ पर पहुंचा. यह पीएसयू स्टॉक पिछले 15 ट्रेडिंग सेशन से लगातार गिरावट में था. मंगलवार को इस स्टॉक में यह तेज़ी छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम लिमिटेड (सीएमडीसी) के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर के बाद आई. कोल इंडिया भारत सरकार का उपक्रम है, जिसका मार्केट कैप 2.38 लाख करोड़ रुपए है.
कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डरकोल और छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम लिमिटेड (सीएमडीसी) ने महत्वपूर्ण खनिजों और पारस्परिक हित के अन्य खनिजों के दोहन में सहयोग के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी के प्रोडक्शन में सितंबर माह में 3.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है.
कंपनी भारत सरकार को सिर्फ डिविडेंड से देती है 1285 करोड़ रुपएकोल इंडिया भारत सरकार को सिर्फ डिविडेंड से ही सालाना 1285 करोड़ रुपए देती है. इस कंपनी में भारत सरकार की हिस्सेदारी 63.13% है. भारत सरकार के पास इस कंपनी के कुल 390 करोड़ शेयर हैं. पिछले 12 माह में कोल इंडिया ने अपने निवेशकों को 32 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड का भुगतान किया है. इस प्रकार भारत सरकार को इस कंपनी से सालाना डिविडेंड 1285 करोड़ रुपए प्राप्त हुआ.
कोल इंडिया की डिविडेंड यील्ड 6.87% है. इसका अर्थ है कि यह कंपनी कमाई के अलावा 6.87% का तो सिर्फ डिविडेंड देती है. इस कंपनी में ऐसे सभी निवेशक दिलचस्पी लेते हैं जिनका लक्ष्य हाई डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना होता है.
कोल इंडिया के शेयर प्राइस निचले स्तर परCoal India Ltd के शेयर प्राइस में पिछले एक साल से ऐसा कुछ मूव नहीं आया है, जो निवेशकों को खुश कर सके. पिछले एक साल में यह स्टॉक 20% की गिरावट में है. निफ्टी 50 की इस कंपनी के लिए 20% प्रतिशत का नेगेटिव रिटर्न एक बड़ी बात है. हालांकि कंपनी की ऑर्डर बुक इस दौरान स्थिर बनी हुई है और इस कैलेंडर ईयर में कोल इंडिया को कुछ नए ऑर्डर मिले हैं.
फिलहाल कोल इंडिया के शेयर निचले स्तर पर बने हुए हैं और निवेशक इन स्तरों पर स्टॉक में खरीदारी के लिए आ सकते हैं.
कंपनी को मिला बड़ा ऑर्डरकोल और छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के उपक्रम छत्तीसगढ़ खनिज विकास निगम लिमिटेड (सीएमडीसी) ने महत्वपूर्ण खनिजों और पारस्परिक हित के अन्य खनिजों के दोहन में सहयोग के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं. कंपनी के प्रोडक्शन में सितंबर माह में 3.9 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है.
कंपनी भारत सरकार को सिर्फ डिविडेंड से देती है 1285 करोड़ रुपएकोल इंडिया भारत सरकार को सिर्फ डिविडेंड से ही सालाना 1285 करोड़ रुपए देती है. इस कंपनी में भारत सरकार की हिस्सेदारी 63.13% है. भारत सरकार के पास इस कंपनी के कुल 390 करोड़ शेयर हैं. पिछले 12 माह में कोल इंडिया ने अपने निवेशकों को 32 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से डिविडेंड का भुगतान किया है. इस प्रकार भारत सरकार को इस कंपनी से सालाना डिविडेंड 1285 करोड़ रुपए प्राप्त हुआ.
कोल इंडिया की डिविडेंड यील्ड 6.87% है. इसका अर्थ है कि यह कंपनी कमाई के अलावा 6.87% का तो सिर्फ डिविडेंड देती है. इस कंपनी में ऐसे सभी निवेशक दिलचस्पी लेते हैं जिनका लक्ष्य हाई डिविडेंड यील्ड वाले स्टॉक को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करना होता है.
कोल इंडिया के शेयर प्राइस निचले स्तर परCoal India Ltd के शेयर प्राइस में पिछले एक साल से ऐसा कुछ मूव नहीं आया है, जो निवेशकों को खुश कर सके. पिछले एक साल में यह स्टॉक 20% की गिरावट में है. निफ्टी 50 की इस कंपनी के लिए 20% प्रतिशत का नेगेटिव रिटर्न एक बड़ी बात है. हालांकि कंपनी की ऑर्डर बुक इस दौरान स्थिर बनी हुई है और इस कैलेंडर ईयर में कोल इंडिया को कुछ नए ऑर्डर मिले हैं.
फिलहाल कोल इंडिया के शेयर निचले स्तर पर बने हुए हैं और निवेशक इन स्तरों पर स्टॉक में खरीदारी के लिए आ सकते हैं.
You may also like
सीईएटी अवॉर्ड शो : रोहित शर्मा, श्रेयस अय्यर और संजू सैमसन का रहा जलवा
नक्सल प्रभावित बेलनार में नया फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस स्थापित, दो गांवों से होगा सीधा जुड़ाव
बिहार चुनाव: आचार संहिता लागू, अभी तक नहीं हटे चुनावी बैनर-पोस्टर
मेघालय: मतदाता सूची के विशेष पुनरीक्षण की तैयारी, मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ी
भाजपा सांसद ने ममता बनर्जी को घेरा, पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग