नई दिल्ली: दिग्गज बिजनेसमैन गौतम अडानी की एक और कंपनी अडानी पावर लिमिटेड ने निराश करने वाला क्वार्टर रिजल्ट जारी किया है। शुक्रवार 1 अगस्त को अडानी पावर लिमिटेड ने फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून क्वार्टर रिजल्ट पेश किया है। जिसमें कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 15.5% से गिरकर के 3305 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है जो 1 साल पहले के समान क्वार्टर में 3913 करोड़ रुपए के लेवल पर था। प्रॉफिट के बाद रेवेन्यू के मोर्चे पर भी झटका लगा है। कंपनी के इस खराब परफॉर्मेंस के बाद इसका असर अडानी पावर के शेयरों पर भी देखने को मिल रहा है।
दोपहर के 1:05 बजे पर अडानी पावर लिमिटेड का शेयर 1.61% की गिरावट के साथ 578 रुपए के भाव पर ट्रेड कर रहा है बीते गुरुवार को शेयर 588 रुपए के भाव पर बंद हुआ था।
रेवेन्यू फिसलाअडानी पावर का जून क्वार्टर में रेवेन्यू फिसल करके 14167 करोड़ रुपए की लेवल पर पहुंच गया है जो पिछले फाइनेंशियल ईयर के जून क्वार्टर के रेवेन्यू 15052 करोड़ रुपए के लेवल से नीचे है। यानी सालाना आधार पर रेवेन्यू 5.9% से गिर गया है।
प्रॉफिट और रेवेन्यू में गिरावट की वजहप्रॉफिट में गिरावट की वजह मर्चेंट टैरिफ रिलाइजेशन के निचले लेवल पर जाने से और ऑपरेटिंग एक्सपेंस बढ़ने की वजह से हुआ है। वहीं रेवेन्यू में गिरावट की वजह सालाना आधार पर आयातित कोयला कीमत में आए बदलाव की वजह से बताया जा रहा है।
एबिटडा भी गिरा
जून क्वार्टर में अडानी पावर का कंसोलिडेटेड एबिटडा5744 करोड़ रुपए एक लेवल पर चला गया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 6290 करोड़ रुपए के लेवल पर था।
अडानी पावर कंपनी ने बताया कि इस बार के जून क्वार्टर में उनकी इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का आंकड़ा 17550 मेगावाट पर पहुंच गई है जो साल भर पहले के जून क्वार्टर में 15250 मेगावाट पर थी।
जून क्वार्टर में अडानी पावर का प्लांट लोड फैक्टर 67% के लेवल पर आ गया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 78% पर था।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
दोपहर के 1:05 बजे पर अडानी पावर लिमिटेड का शेयर 1.61% की गिरावट के साथ 578 रुपए के भाव पर ट्रेड कर रहा है बीते गुरुवार को शेयर 588 रुपए के भाव पर बंद हुआ था।
रेवेन्यू फिसलाअडानी पावर का जून क्वार्टर में रेवेन्यू फिसल करके 14167 करोड़ रुपए की लेवल पर पहुंच गया है जो पिछले फाइनेंशियल ईयर के जून क्वार्टर के रेवेन्यू 15052 करोड़ रुपए के लेवल से नीचे है। यानी सालाना आधार पर रेवेन्यू 5.9% से गिर गया है।
प्रॉफिट और रेवेन्यू में गिरावट की वजहप्रॉफिट में गिरावट की वजह मर्चेंट टैरिफ रिलाइजेशन के निचले लेवल पर जाने से और ऑपरेटिंग एक्सपेंस बढ़ने की वजह से हुआ है। वहीं रेवेन्यू में गिरावट की वजह सालाना आधार पर आयातित कोयला कीमत में आए बदलाव की वजह से बताया जा रहा है।
एबिटडा भी गिरा
जून क्वार्टर में अडानी पावर का कंसोलिडेटेड एबिटडा5744 करोड़ रुपए एक लेवल पर चला गया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 6290 करोड़ रुपए के लेवल पर था।
अडानी पावर कंपनी ने बताया कि इस बार के जून क्वार्टर में उनकी इंस्टॉल्ड कैपेसिटी का आंकड़ा 17550 मेगावाट पर पहुंच गई है जो साल भर पहले के जून क्वार्टर में 15250 मेगावाट पर थी।
जून क्वार्टर में अडानी पावर का प्लांट लोड फैक्टर 67% के लेवल पर आ गया है जो 1 साल पहले के जून क्वार्टर में 78% पर था।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
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