भारतीय शेयर बाज़ार में कुछ लार्जकैप स्टॉक में पिछले एक साल में अच्छा खासा प्रॉफिट मिला है. पिछले साल याने संवत 2081 से अब तक भारती एयरटेल ग्रुप के मार्केट कैप में सबसे अधिक बढ़ोतरी हुई. लिस्टेड कंपनी के मार्केट कैपिटलाइज़ेशन के आधार पर भारत के प्रमुख 10 बड़े बिज़नेस घरानों के शेयर बाजार प्रदर्शन के मुहूर्त-दर-मुहूर्त विश्लेषण से पता चलता है कि भारती एयरटेल ग्रुप ने संवत 2081 के दौरान अपने मार्केट कैप में 24.8 प्रतिशत की सर्वाधिक बढ़ोतरी दर्ज की है, जिसे ग्रुप की प्रमुख टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel Ltd की प्रॉफिटिबिलिटी में मजबूत उछाल से मदद मिली है. इसके बाद राजीव और संजीव बजाज के नेतृत्व वाला बजाज ग्रुप 24.2% की बाजार पूंजीकरण में बढ़ोतरी के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जिसके बाद महिंद्रा ग्रुप 15.7% की वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर रहा.
सुनील मित्तल के नेतृत्व वाले भारती एयरटेल ग्रुप ने भी 2021 की दिवाली के बाद से बाजार पूंजीकरण में 28.9% की मजबूत वार्षिक वृद्धि दर्ज की, जो प्रमुख 10 व्यावसायिक घरानों में सबसे अधिक रिटर्न है. पिछले पांच वर्षों में भारती एयरटेल का नेट प्रॉफिट उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है, जिसमें इसके मोबाइल और डेटा सर्विस के लिए टैरिफ स्कीम्स में तेजी और देश में डिजिटल सामग्री की बढ़ती खपत ने मदद की है. वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 25 के बीच शुद्ध लाभ चार गुना से अधिक बढ़कर 8,305 करोड़ रुपये से 37,481 करोड़ रुपये हो गया. जून 2025 तक 12 महीनों (टीटीएम) में यह बढ़कर 40,186 करोड़ रुपये हो गया.
महिंद्रा ग्रुप का मार्केट कैप भी बढ़ाइस लिस्ट में तीसरे स्थान पर रहे महिंद्रा समूह का मार्केट कैप संवत 2081 तक तीनों वर्षों में दोहरे अंकों में बढ़ा. ग्रुप की प्रमुख कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा , नए प्रोडक्ट के लॉन्च के साथ स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) और ट्रैक्टर सेगमेंट में अपनी बाजार हिस्सेदारी में सुधार कर रही है. कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 25 के बीच लगभग दोगुना होकर 7,253 करोड़ रुपये से 14,073 करोड़ रुपये हो गया और जून 2025 तक 14,904 करोड़ रुपये हो गया.
शीर्ष 10 व्यावसायिक समूहों में से चार पिछले संवत वर्ष में अपने बाजार पूंजीकरण को बढ़ाने में विफल रहे, जो 20 अक्टूबर, 2025 को समाप्त हुआ. शिव नादर द्वारा स्थापित एचसीएल टेक्नोलॉजीज समूह और टाटा ग्रुप ने अपने बाजार पूंजीकरण में क्रमशः 15.4% और 13.6% की हानि दर्ज की.
सुनील मित्तल के नेतृत्व वाले भारती एयरटेल ग्रुप ने भी 2021 की दिवाली के बाद से बाजार पूंजीकरण में 28.9% की मजबूत वार्षिक वृद्धि दर्ज की, जो प्रमुख 10 व्यावसायिक घरानों में सबसे अधिक रिटर्न है. पिछले पांच वर्षों में भारती एयरटेल का नेट प्रॉफिट उल्लेखनीय रूप से बढ़ा है, जिसमें इसके मोबाइल और डेटा सर्विस के लिए टैरिफ स्कीम्स में तेजी और देश में डिजिटल सामग्री की बढ़ती खपत ने मदद की है. वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 25 के बीच शुद्ध लाभ चार गुना से अधिक बढ़कर 8,305 करोड़ रुपये से 37,481 करोड़ रुपये हो गया. जून 2025 तक 12 महीनों (टीटीएम) में यह बढ़कर 40,186 करोड़ रुपये हो गया.
महिंद्रा ग्रुप का मार्केट कैप भी बढ़ाइस लिस्ट में तीसरे स्थान पर रहे महिंद्रा समूह का मार्केट कैप संवत 2081 तक तीनों वर्षों में दोहरे अंकों में बढ़ा. ग्रुप की प्रमुख कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा , नए प्रोडक्ट के लॉन्च के साथ स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स (एसयूवी) और ट्रैक्टर सेगमेंट में अपनी बाजार हिस्सेदारी में सुधार कर रही है. कंपनी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 25 के बीच लगभग दोगुना होकर 7,253 करोड़ रुपये से 14,073 करोड़ रुपये हो गया और जून 2025 तक 14,904 करोड़ रुपये हो गया.
शीर्ष 10 व्यावसायिक समूहों में से चार पिछले संवत वर्ष में अपने बाजार पूंजीकरण को बढ़ाने में विफल रहे, जो 20 अक्टूबर, 2025 को समाप्त हुआ. शिव नादर द्वारा स्थापित एचसीएल टेक्नोलॉजीज समूह और टाटा ग्रुप ने अपने बाजार पूंजीकरण में क्रमशः 15.4% और 13.6% की हानि दर्ज की.