नई दिल्ली: एनर्जी सेक्टर की कंपनी Waaree Energies Ltd के स्टॉक पर गुरुवार को निवेशकों की नज़र बनी हुई है. स्टॉक गुरुवार को बढ़त के साथ खुला, हालांकि कुछ देर बाद ही स्टॉक लाल निशान पर ट्रेड करने लगा. स्टॉक पर निवेशकों की नज़र इसलिए बनी हुई है क्योंकि कंपनी ने कहा है कि वह लिथियम-आयन बैटरी बनाने वाला प्लांट बनाने के लिए अपने एनर्जी स्टोरेज डिविजन में 300 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
कंपनी ने इस बात की जानकारी दीवारी एनर्जीज़ ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसने अपनी सहायक कंपनी, वारी एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में 300 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह निवेश राइट्स इश्यू के ज़रिए किया गया है.
वारी एनर्जीज़ अपनी सहायक कंपनी, वारी एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस को राइट्स इश्यू जारी करके पैसा दे रही है. इस पैसे का इस्तेमाल एक बड़ी फैक्ट्री स्थापित करने में किया जाएगा जो 3.5 गीगावाट-घंटे (GWh) की एडवांस लिथियम-आयन बैटरियाँ बना सकेगी.
वारी एनर्जीज़ अपनी सहायक कंपनी के नए शेयर दो चरणों में भुगतान करके खरीद रही है. इसमें पहला, अभी 5 रुपये प्रति शेयर, और बाद में 5 रुपये प्रति शेयर शामिल है. बता दें कि पूरा भुगतान कैश में किया जा रहा है, किसी अन्य रूप में नहीं.
क्या करती है कंपनी?2020 में स्थापित और मुंबई स्थित WESSPL, रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में काम करती है, लेकिन पिछले तीन सालों में इसने कोई रेवेन्यू नहीं कमाया है. चूँकि वारी के पास पहले से ही कंपनी का 100% स्वामित्व है, इसलिए इस नए निवेश से इसके स्वामित्व में कोई बदलाव नहीं आएगा. यह अभी भी पूरी तरह से वारी का ही रहेगा.
FII भी बढ़ा रहे हैं हिस्सेदारीइस एनर्जी स्टॉक में एफआईआई यानी विदेशी निवेशकों ने भी अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 0.70% से बढ़ाकर 2.68% कर दिया है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले 6 महीने में यह स्टॉक 43 प्रतिशत तक चढ़ा है. वहीं इस साल अब यह शेयर 22 प्रतिशत तक चढ़ा है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 3865 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 1863 रुपये का है. इसका मतलब यह है कि स्टॉक अपने लो लेवल से 87 प्रतिशत की तेज़ी दिखा चुका है.
कंपनी ने इस बात की जानकारी दीवारी एनर्जीज़ ने स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि उसने अपनी सहायक कंपनी, वारी एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड में 300 करोड़ रुपये का निवेश किया है. यह निवेश राइट्स इश्यू के ज़रिए किया गया है.
वारी एनर्जीज़ अपनी सहायक कंपनी, वारी एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस को राइट्स इश्यू जारी करके पैसा दे रही है. इस पैसे का इस्तेमाल एक बड़ी फैक्ट्री स्थापित करने में किया जाएगा जो 3.5 गीगावाट-घंटे (GWh) की एडवांस लिथियम-आयन बैटरियाँ बना सकेगी.
वारी एनर्जीज़ अपनी सहायक कंपनी के नए शेयर दो चरणों में भुगतान करके खरीद रही है. इसमें पहला, अभी 5 रुपये प्रति शेयर, और बाद में 5 रुपये प्रति शेयर शामिल है. बता दें कि पूरा भुगतान कैश में किया जा रहा है, किसी अन्य रूप में नहीं.
क्या करती है कंपनी?2020 में स्थापित और मुंबई स्थित WESSPL, रिन्यूएबल एनर्जी के सेक्टर में काम करती है, लेकिन पिछले तीन सालों में इसने कोई रेवेन्यू नहीं कमाया है. चूँकि वारी के पास पहले से ही कंपनी का 100% स्वामित्व है, इसलिए इस नए निवेश से इसके स्वामित्व में कोई बदलाव नहीं आएगा. यह अभी भी पूरी तरह से वारी का ही रहेगा.
FII भी बढ़ा रहे हैं हिस्सेदारीइस एनर्जी स्टॉक में एफआईआई यानी विदेशी निवेशकों ने भी अपनी हिस्सेदारी को बढ़ाया है. ट्रेंडलाइन के मुताबिक, एफआईआई ने जून 2025 तिमाही में अपनी हिस्सेदारी को 0.70% से बढ़ाकर 2.68% कर दिया है.
शेयर परफॉरमेंसपिछले 6 महीने में यह स्टॉक 43 प्रतिशत तक चढ़ा है. वहीं इस साल अब यह शेयर 22 प्रतिशत तक चढ़ा है. स्टॉक का 52 वीक हाई लेवल 3865 रुपये का है, तो स्टॉक का 52 वीक लो लेवल 1863 रुपये का है. इसका मतलब यह है कि स्टॉक अपने लो लेवल से 87 प्रतिशत की तेज़ी दिखा चुका है.
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