सीकर जिला परिषद की साधारण सभा सोमवार को जिला प्रमुख गायत्री कंवर की अध्यक्षता में हुई। बैठक में बिजली, पानी, सड़क, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा और स्वच्छता समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने नरेगा और पक्के निर्माण कार्यों की कमी को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने जनहित कार्यों में देरी का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार इन कार्यों को मंजूरी नहीं दे रही है। उन्होंने जर्जर इमारतों की मरम्मत न होने को लेकर भी अधिकारियों पर सवाल उठाए।
उन्होंने सड़क मुद्दे की भी आलोचना की
उन्होंने कहा, "मौजूदा हालात ऐसे हैं कि काम के लिए किससे संपर्क करें, यह समझ नहीं आ रहा है, क्योंकि काम स्वीकृत ही नहीं हो रहे हैं। जिले की हालत यह है कि सड़कें टूटी पड़ी हैं और कोई सुनने वाला नहीं है। एनएचएम के खिलाफ निष्क्रियता की कई शिकायतें मिली हैं।" उन्होंने जिले के अधिकांश इलाकों में टूटी सड़कों के लिए भी अधिकारियों की आलोचना की।
उन्होंने पुलिस के कामकाज पर भी सवाल उठाए
डोटासरा ने नीम का थाना क्षेत्र में दलित युवक की मौत के मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए। डोटासरा ने राज्य में पोपा बाई राज की पोल खोलते हुए कहा कि जनहित के काम नहीं हो रहे हैं। इस मौके पर सीकर सांसद अमराराम, सीकर विधायक राजेंद्र पारीक, फतेहपुर विधायक हकीम अली, जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा, एसपी प्रवीण नायक नुनावत, एडिशनल एसपी गजेंद्र सिंह जोधा और जिला परिषद सीईओ राजपाल यादव भी मौजूद थे।
भाजपा विधायक अनुपस्थित
भाजपा विधायकों की अनुपस्थिति पर पीसीसी प्रमुख ने कहा कि सरकार उनकी है, इसलिए कोई भी भाजपा विधायक बैठक में शामिल नहीं हुआ। उन्होंने यह भी पूछा कि जब आसपास के गांव 20 साल से टोल-मुक्त हैं, तो टोल कंपनी अब ठेके की ऊंची लागत का हवाला देकर टोल क्यों वसूल रही है?
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