चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पुलिस स्टेशन ने एक विशेष साइबर अपराध विरोधी अभियान के तहत लगभग ₹10 करोड़ (लगभग 1 करोड़ डॉलर) की ऑनलाइन धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया है। महाराष्ट्र और बिहार के विभिन्न जिलों के नौ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए 31 मोबाइल फोन, 13 एटीएम कार्ड, 5 लैपटॉप, लेखा रिकॉर्ड और अन्य सामग्री भी बरामद की है।
थाना प्रभारी ईश्वर चंद्र पारीक के अनुसार, आरोपी ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से लोगों को जुए और सट्टे का लालच देकर ठगी करते थे। पिछले दो महीनों से, आरोपी जोधपुर के पॉश इलाके आशापूर्णा एन्क्लेव में एक बंगले में किराए पर रहकर अपनी अवैध गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। जाँच में पता चला कि आरोपी प्रतिदिन औसतन ₹20-25 लाख (लगभग 1 करोड़ डॉलर) की ठगी कर रहे थे। दो महीनों में उनके द्वारा की गई कुल धोखाधड़ी लगभग ₹10 करोड़ (लगभग 1 करोड़ डॉलर) थी।
उन्होंने अस्वीकृति पर भी धोखाधड़ी की
पुलिस ने बताया कि आरोपी मास्टर रेड्डी अन्ना मुख्य वेबसाइट, 190 और 100 पैनल और सहायक वेबसाइटों के माध्यम से क्रिकेट मैच सट्टेबाजी, कैसीनो और एविएटर गेम्स सहित 350 से अधिक ऑनलाइन गेम संचालित करता था। आरोपियों ने जीत की राशि वापस करने या अस्वीकृति का वादा करके भी ग्राहकों को ठगा। इस पूरे ऑपरेशन में कई नकली सिम कार्ड और खच्चर बैंक खातों का इस्तेमाल किया जा रहा था।
उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया
पुलिस ने आरोपियों को महाराष्ट्र और बिहार से गिरफ्तार किया। इनमें सौरभ प्रभाकर तिजारे, प्रज्वल भारत काटे, अतुल दिलीप बोराडे, अक्षय वामन जामा, निखिल राजेश काठे, प्रज्वल देवकुमार लांजेवार, गणेश दिलीप गायकवाड़, राहुल मोहन वसिधा (महाराष्ट्र) और अरुण कुमार (बिहार) शामिल हैं। पुलिस ने बताया कि ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से ग्राहकों को ठगने के लिए गिरोह की गतिविधियाँ और रणनीति बेहद संगठित थी। गिरफ्तार आरोपियों से बरामद सामग्री और डिजिटल साक्ष्य के आधार पर आगे की जाँच जारी है।
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