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अजमेर में पैसा मांगना थानाधिकारी और 3 पुलिसकर्मियों को पड़ा महंगा, SP वंदिता ने चारों को तुंरत किया सस्पेंड

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सोमवार को अजमेर पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने सिविल लाइंस थाने में बड़ी कार्रवाई की। थाना प्रभारी राजवीर सिंह, हेड कांस्टेबल रामनिवास विश्नोई और दो कांस्टेबल सीताराम और चंद्रप्रकाश को निलंबित कर दिया गया। युवक ने चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसपी को शिकायत दी थी। थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों पर युवक से अवैध रूप से पैसे मांगने का आरोप है। जांच के बाद चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

युवक को बिना किसी आरोप के गिरफ्तार कर लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 3 दिन पहले जयपुर से एक युवक को धोखाधड़ी के मामले में पूछताछ के लिए बिना किसी कानूनी नोटिस के जबरन उठाकर अजमेर लाया गया। आरोप है कि युवक को पहले गिरफ्तारी की धमकी दी गई और उससे पैसे मांगे गए। जब पैसे नहीं मिले तो युवक को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। जबकि गिरफ्तारी से पहले न तो कोई समन, न ही नोटिस जारी किया गया और न ही कोई कानूनी औपचारिकता निभाई गई। युवक ने इस कार्रवाई को पूरी तरह से अवैध बताया और जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत भेजी, जिसमें पुलिसकर्मियों द्वारा पैसे मांगने का भी उल्लेख किया गया।

युवक ने इसकी शिकायत दिल्ली में उच्च अधिकारियों से भी की।
युवक ने पूरी घटना की जानकारी दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को भी दी। इसके बाद शिकायत सीधे जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के पास पहुंची। एसपी राणा ने मामले की जांच एएसपी उत्तर रुद्र प्रकाश को सौंपी। जांच में पाया गया कि चारों पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान कानून और प्रक्रिया का उल्लंघन किया तथा गिरफ्तारी में गंभीर अनियमितताएं कीं।

एसपी बोले- पुलिस में कानून का अनुपालन सर्वोपरि
एसपी वंदिता राणा ने सिविल लाइंस थाना प्रभारी राजवीर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया तथा हेड कांस्टेबल रामनिवास विश्नोई, कांस्टेबल सीताराम व चंद्रप्रकाश को निलंबित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासन और कानून प्रवर्तन सर्वोपरि है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा नियमों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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